हैदराबाद: किडनी फेल होने से कॉमेडियन फिश वेंकट का निधन, फिल्म जगत में शोक

मशहूर तेलुगू कॉमेडियन और अभिनेता फिश वेंकट, जो किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे, का 53 वर्ष की आयु में हैदराबाद के एक अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन से तेलुगू इंडस्ट्री में शोक की लहर है।

Sat, 19 Jul 2025 13:29:53 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

हैदराबाद: तेलुगू एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से एक बेहद दुखद समाचार ने 18 जुलाई को फिल्म जगत और प्रशंसकों को गहरे शोक में डाल दिया। मशहूर कॉमेडियन और अभिनेता फिश वेंकट का 53 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह लंबे समय से किडनी की गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे और हैदराबाद के PRK हॉस्पिटल में उन्होंने अंतिम सांस ली।

फिश वेंकट का असली नाम वेंकटेश था, लेकिन वे अपने स्टेज नाम "फिश वेंकट" से लोकप्रिय थे। उन्होंने कई सुपरहिट तेलुगू फिल्मों में हास्य भूमिकाएं निभाकर दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई थी। उनकी अदाकारी ‘गब्बर सिंह’, ‘डीजे टिल्लू’, ‘अत्तारिंटिकी दरेदी’ जैसी कई चर्चित फिल्मों में देखने को मिली, जहां उनकी संवाद अदायगी और टाइमिंग ने दर्शकों को हंसी से लोटपोट कर दिया।

अंतिम समय में वेंकट किडनी से जुड़ी जटिल समस्याओं से परेशान थे। महीनों से उनका डायलिसिस चल रहा था और स्वास्थ्य लगातार गिरता जा रहा था। हालत इतनी गंभीर हो गई थी कि उन्हें वेंटिलेटर पर भी रखा गया। डॉक्टरों ने किडनी ट्रांसप्लांट की सिफारिश की थी, लेकिन समय रहते उन्हें उपयुक्त डोनर नहीं मिल पाया। आर्थिक तंगी ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दीं, हालांकि अभिनेता पवन कल्याण और विश्वक सेन जैसे फिल्मी साथियों ने उनके इलाज के लिए आर्थिक सहायता दी थी।

फिश वेंकट की जीवन यात्रा संघर्ष और समर्पण से भरी रही। उन्होंने थिएटर से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी और छोटे-छोटे रोल निभाते हुए इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई। अपनी विशिष्ट शैली, डायलॉग डिलीवरी और कॉमिक एक्सप्रेशन के चलते वे तेजी से दर्शकों के चहेते बन गए। उनके सहयोगी कलाकार उन्हें एक मेहनती और विनम्र व्यक्तित्व के रूप में याद करते हैं, जो सेट पर हमेशा सकारात्मक ऊर्जा लेकर आते थे।

उनके निधन की खबर से इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। सोशल मीडिया पर प्रशंसकों और फिल्मी हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। उनके योगदान को याद करते हुए कई लोगों ने लिखा कि वेंकट ने अपनी हाजिरजवाबी और सहज अभिनय से सिनेमा को एक अलग ऊंचाई दी। फैंस और सहकर्मी उन्हें न सिर्फ एक कलाकार, बल्कि एक सच्चे इंसान के रूप में याद कर रहे हैं।

फिश वेंकट के जाने से तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री ने एक ऐसा कलाकार खो दिया है, जिसकी भरपाई कर पाना आसान नहीं होगा। उनका संघर्ष, उनकी कला और उनका जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बना रहेगा।

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