Mon, 24 Nov 2025 15:22:49 - By : Garima Mishra
भदोही: जिले की एक कालीन कंपनी में शनिवार को उस समय अफरा तफरी मच गई जब डाइंग हाउस के केबिन में उतरे तीन मैकेनिक जहरीली गैस के संपर्क में आकर बेहोश हो गए। कर्मचारियों ने उन्हें बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। हादसा इतना अचानक हुआ कि पूरी फैक्ट्री में हड़कंप फैल गया और कर्मचारियों में भारी आक्रोश देखने को मिला।
जानकारी के अनुसार दयालापुर निवासी 55 वर्षीय शितला मिश्र, सहसेपुर निवासी 32 वर्षीय शिवम दुबे और मध्यप्रदेश के 52 वर्षीय राजकिशोर तिवारी कालीन फैक्ट्री में इलेक्ट्रिशियन और मोटर मैकेनिक के रूप में काम करते थे। शनिवार दोपहर डाइंग हाउस के केबिन में लगी मोटर में खराबी आने के बाद तीनों को उसे ठीक करने के लिए नीचे भेजा गया।
फैक्ट्री कर्मचारियों के मुताबिक केबिन में कुछ समय पहले वॉशिंग और ईटीपी प्लांट से जुड़ी मशीनरी से जहरीली गैस निकली थी। यह गैस केबिन में पूरी तरह भर चुकी थी, जिसका अंदाजा वहां मौजूद किसी को नहीं था। जैसे ही तीनों मैकेनिक नीचे उतरे, गैस ने उन्हें तुरंत बेहोश कर दिया।
बाहर खड़े कर्मचारी कुछ देर तक अंदर से कोई आवाज न आने पर चिंतित हो गए। जब उन्होंने नीचे झांककर देखा तो तीनों मैकेनिक बेहोश पड़े थे। उन्हें तुरंत बाहर निकालकर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तीनों की जान नहीं बच सकी।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी फैक्ट्री पहुंच गए। मामले की जांच शुरू कर दी गई है और यह पता लगाया जा रहा है कि केबिन में गैस किस कारण और कैसे भरी। अधिकारियों ने फैक्ट्री प्रबंधन से मशीनरी और सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित सभी रिकॉर्ड मांगे हैं।
हादसे के बाद फैक्ट्री के कर्मचारियों में गुस्सा है। उनका कहना है कि डाइंग हाउस में वेंटिलेशन और गैस मॉनिटरिंग की उचित व्यवस्था नहीं है, जिसकी वजह से इतना बड़ा हादसा हो गया। तीनों मृतकों के परिवारों में कोहराम मचा है।
प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि जांच पूरी होने के बाद जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।