Tue, 11 Nov 2025 11:47:49 - By : Palak Yadav
उत्तर प्रदेश के यात्रियों के लिए रेलवे ने बड़ी सुविधा का ऐलान किया है। जनवरी 2026 से योगनगरी एक्सप्रेस और नौचंदी एक्सप्रेस में आधुनिक लिंक हफमैन बुश या एलएचबी कोच लगाए जाएंगे। इससे सफर न केवल सुरक्षित होगा बल्कि यात्रियों को आराम और बेहतर सुविधा भी मिलेगी। एलएचबी कोच पुराने आईसीएफ कोचों की तुलना में झटकों को कम करते हैं और दुर्घटना की स्थिति में अधिक मजबूत साबित होते हैं।
योगनगरी एक्सप्रेस, जो प्रयागराज संगम से ऋषिकेश तक जाती है, 4 जनवरी 2026 से नई एलएचबी रेक के साथ दौड़ेगी। वापसी गाड़ी 14230 पांच जनवरी से नई सुविधा के साथ चलेगी। इस ट्रेन का मार्ग प्रतापगढ़, अमेठी, रायबरेली, लखनऊ, बरेली, मुरादाबाद और लक्सर से होकर गुजरता है। वर्तमान में इसमें 18 कोच हैं, जिनमें नौ स्लीपर, एक-एक एसी-दो और एसी-तीन, पांच जनरल और दो एसएलआर कोच शामिल हैं। नई व्यवस्था में कोच की संख्या 16 होगी, जिसमें आठ स्लीपर, एक-एक एसी-तीन और एसी-दो, चार जनरल, एक जनरेटर कार और एक दिव्यांग सह गार्ड कोच शामिल होगा। इससे स्लीपर और एसी बर्थ की संख्या बढ़ जाएगी और यात्रियों को ज्यादा जगह मिलेगी।
नौचंदी एक्सप्रेस, जो प्रयागराज संगम से सहारनपुर तक चलती है, 15 जनवरी 2026 से प्रयागराज की ओर और 16 जनवरी से सहारनपुर की ओर एलएचबी रेक के साथ संचालित होगी। वर्तमान में इसमें 23 आईसीएफ कोच हैं, जिनमें 12 स्लीपर, पांच जनरल, दो एसी-तीन, एक-एक एसी-दो और एसी-फर्स्ट, तथा दो एसएलआर शामिल हैं। नई व्यवस्था में कोच 22 रहेंगे, जिसमें सात स्लीपर, छह एसी-तीन, दो एसी-दो, एक एसी-फर्स्ट, चार जनरल, एक जनरेटर और एक दिव्यांग सह गार्ड कोच होगा। इससे स्लीपर और एसी बर्थ दोनों बढ़ेंगी, जिससे भीड़भाड़ वाली यात्रा यात्रियों के लिए अधिक सहज और आरामदायक हो जाएगी।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इन नई सुविधाओं के लागू होने से उत्तर भारत के यात्रियों को सुरक्षित, आरामदायक और व्यवस्थित यात्रा का अनुभव मिलेगा। यात्रियों को एलएचबी कोचों की वजह से लंबे सफर में झटकों से राहत मिलेगी और यात्रा के दौरान सुविधाओं में सुधार होगा।