Fri, 21 Nov 2025 14:14:49 - By : Garima Mishra
उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग ने एयरपोर्ट क्षेत्रों में अवैध रूप से वाणिज्यिक गतिविधियों में इस्तेमाल हो रहे निजी वाहनों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। कई दिनों से मिल रही शिकायतों और शासन की समीक्षा बैठक में मिले निर्देशों के बाद विभाग ने एक व्यापक अभियान शुरू किया जिसमें कुल 207 वाहनों की जांच की गई। जांच के दौरान 133 निजी वाहन ऐसे पाए गए जिन्हें बिना अनुमति वाणिज्यिक उपयोग में लाया जा रहा था। इनमें से 69 वाहनों को मौके पर ही जब्त कर लिया गया।
यह विशेष अभियान परिवहन आयुक्त प्रवर्तन के आदेश पर चलाया गया। लखनऊ में क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी की निगरानी में तीन अलग प्रवर्तन टीमें बनाई गईं, जिन्होंने दो शिफ्ट में एयरपोर्ट क्षेत्र में गहन चेकिंग की। अधिकारियों के अनुसार कई वाहन लंबे समय से बिना टैक्स जमा किए, बिना फिटनेस और बिना अनुमति वाणिज्यिक तौर पर उपयोग में लाए जा रहे थे।
विभाग ने बताया कि पकड़े गए वाहनों पर अब सख्त कानूनी कार्रवाई की जा रही है। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कंपाउंडिंग शुल्क, फिटनेस शुल्क, टैक्स और अन्य शुल्क लगाए जा रहे हैं। प्रति वाहन औसतन 58 हजार रुपये से अधिक की धनराशि वसूली जा रही है। इसमें तीन हजार रुपये कंपाउंडिंग शुल्क, चार हजार रुपये फिटनेस शुल्क, तीस हजार रुपये से अधिक टैक्स और प्रति सीट शुल्क भी शामिल है। इसके अलावा 66 वाहनों को नियम के अनुसार टैक्सी वाहन में परिवर्तित करने का निर्देश दिया गया है।
इस अभियान में लखनऊ, सीतापुर, हरदोई, खीरी सहित कई जिलों के परिवहन अधिकारी शामिल हुए। अधिकारियों ने कहा कि एयरपोर्ट पर निजी वाहनों के अवैध वाणिज्यिक उपयोग को रोकने के लिए आगे भी इसी प्रकार की कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी। विभाग का मानना है कि ऐसे अभियान से अवैध संचालन पर अंकुश लगेगा और यात्री सुरक्षा के साथ सरकारी राजस्व भी सुरक्षित रहेगा।