यूपी में कांग्रेस अकेले लड़ेगी पंचायत चुनाव, 2027 की तैयारी का शंखनाद

उत्तर प्रदेश कांग्रेस आगामी पंचायत चुनाव अकेले लड़ेगी, जिसे पार्टी ने 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी का पहला कदम माना है, जिसके लिए संगठन सृजन अभियान चलाया जा रहा है।

Mon, 21 Jul 2025 22:07:49 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया है कि आगामी पंचायत चुनाव वह अकेले लड़ेगी। इस चुनाव को पार्टी 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी के पहले पड़ाव के रूप में देख रही है। यही कारण है कि संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने और कार्यकर्ताओं में नया जोश भरने के लिए कांग्रेस पूरे प्रदेश में "संगठन सृजन अभियान" चला रही है। सोमवार को कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में हुई अहम बैठक में यह रणनीति साफ तौर पर सामने आई, जिसमें कहा गया कि पंचायत चुनाव ही आगामी बड़े राजनीतिक संघर्ष का शंखनाद होगा।

बैठक में पार्टी के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने स्पष्ट किया कि संगठन सृजन केवल नाममात्र की कार्यकारिणी गठित करने का काम नहीं है, बल्कि यह एक विस्तृत अभियान है, जिसका अंतिम लक्ष्य 2027 का विधानसभा चुनाव है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस प्रदेश में पंचायत चुनाव अपने बलबूते पर लड़ेगी और यही चुनाव 2027 के लिए एक निर्णायक शुरुआत होगी।” उन्होंने जानकारी दी कि संगठन सृजन का पहला चरण 15 अगस्त 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा, जिसमें बूथ स्तर तक कार्यकारिणी का गठन सुनिश्चित किया जाएगा।

प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने प्रदेश में मौजूदा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता का आक्रोश लगातार बढ़ रहा है। उन्होंने दावा किया कि अब समय दूर नहीं जब लोग इस “तानाशाही सरकार” को अपने वोट की ताकत से उखाड़ फेंकेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का संगठन गांव-गांव तक मजबूत किया जा रहा है और हर कार्यकर्ता को एकजुटता और संघर्ष का पाठ पढ़ाया जा रहा है, ताकि पंचायत चुनाव में पार्टी की प्रभावी मौजूदगी दर्ज हो सके।

बैठक में वरिष्ठ नेताओं की भी भागीदारी रही, जिनमें पूर्व सांसद पी.एल. पुनिया, एपी गौतम, रविप्रकाश वर्मा, विधायक वीरेंद्र चौधरी, पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी और अनिल यादव शामिल थे। सभी नेताओं ने पंचायत चुनाव को लेकर संगठनात्मक तैयारी को आवश्यक और निर्णायक बताया।

कांग्रेस द्वारा शुरू किया गया संगठन सृजन अभियान पूरे प्रदेश में सक्रिय रूप से चलाया जा रहा है। इसकी शुरुआत 16 जुलाई को पश्चिम जोन के मेरठ से हुई, जिसके बाद 17 जुलाई को ब्रज जोन के अलीगढ़, बुंदेलखंड जोन के झांसी, प्रयाग जोन के प्रयागराज और पूर्वांचल जोन के गोरखपुर में बैठकें आयोजित की गईं। इसी क्रम में सोमवार को राजधानी लखनऊ में प्रदेश स्तरीय बैठक का आयोजन हुआ।

प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने यह भी घोषणा की कि मंगलवार को कांग्रेस पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन करेगी। यह प्रदर्शन बिजली की अनियमित आपूर्ति, निजीकरण की प्रक्रिया और यूरिया खाद की भारी किल्लत के खिलाफ होगा। सभी जिलों, तहसीलों और ब्लॉकों के मुख्यालयों पर कांग्रेस कार्यकर्ता धरना देंगे और संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन सौंपेंगे।

कुल मिलाकर, कांग्रेस ने पंचायत चुनाव को प्रदेश में अपनी वापसी की नींव बनाने की ठान ली है। संगठन को जमीनी स्तर पर खड़ा करने की दिशा में पार्टी की सक्रियता आने वाले समय में उसके राजनीतिक मंसूबों की स्पष्ट झलक दे रही है।

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