वाराणसी एयरपोर्ट रनवे विस्तार के लिए टनल निर्माण शुरू, बड़े विमानों को मिलेगी सुविधा

वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट रनवे विस्तार के लिए टनल निर्माण शुरू, जिससे बड़े विमानों को उतरने-उड़ने में आसानी होगी।

Thu, 30 Oct 2025 13:36:16 - By : Palak Yadav

वाराणसी: काशी के विकास की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम बढ़ गया है। लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रनवे विस्तार के लिए रघुनाथपुर गांव के पास टनल निर्माण कार्य शुरू हो गया है। इस परियोजना को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) देश का एक अनूठा और कलात्मक प्रोजेक्ट बना रहा है। इसमें इंजीनियरिंग, सुरक्षा और सौंदर्य का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। टनल के निर्माण से एयरपोर्ट के रनवे को विस्तार मिलेगा, जिससे बड़े आकार के विमान जैसे बोइंग आसानी से उतर और उड़ान भर सकेंगे।

रघुनाथपुर गांव के प्राथमिक विद्यालय के पास खुदाई का काम शुरू हो चुका है। एनएचएआई इस टनल को केवल एक इंजीनियरिंग स्ट्रक्चर नहीं बल्कि काशी की संस्कृति और कला का प्रतीक बनाना चाहता है। इसके लिए पूरी सुरंग को कला, प्रकाश और तकनीक के मिश्रण से सजाया जाएगा। टनल की दीवारों पर काशी की ऐतिहासिक धरोहरों, घाटों, मंदिरों और संस्कृति को दर्शाने वाली थ्री डी पेंटिंग बनाई जाएगी, जिससे यहां से गुजरने वाला हर व्यक्ति काशी की आत्मा को महसूस कर सकेगा।

प्रोजेक्ट के तहत टनल के भीतर 3डी लाइटिंग वाले कृत्रिम पेड़ लगाए जाएंगे जो रात में अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करेंगे। एनएचएआई इस तकनीक का उपयोग करके टनल के भीतर प्राकृतिक और आधुनिक कला का मिश्रण तैयार कर रहा है। इन पेड़ों पर लगी 3डी लाइटिंग से टनल का पूरा वातावरण आकर्षक और ऊर्जा से भरपूर दिखाई देगा। सुरक्षा के दृष्टिकोण से पूरे टनल में हाई डेफिनिशन कैमरे लगाए जाएंगे, जिससे निगरानी और नियंत्रण लगातार बना रहेगा।

टनल के प्रवेश द्वार को भी विशेष रूप से डिजाइन किया जा रहा है। यहां विशिष्ट चिह्न और आकर्षक सजावट के साथ एक सांस्कृतिक गेटवे तैयार किया जाएगा, जो स्थानीय लोगों और पर्यटकों दोनों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। इस टनल को न केवल यातायात सुविधा के लिए बल्कि वाराणसी की पहचान के रूप में विकसित करने की योजना है।

सूत्रों के अनुसार, इस प्रोजेक्ट पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। जितनी लागत टनल के निर्माण में आएगी, लगभग उतना ही खर्च इसके सौंदर्यीकरण और तकनीकी सजावट पर भी किया जाएगा। एनएचएआई ने इसे अपने ड्रीम प्रोजेक्ट्स में शामिल किया है और इसे देश की सबसे कलात्मक टनल के रूप में विकसित करने की तैयारी है।

टनल की कुल लंबाई 490 मीटर होगी और इसके ऊपर एयरपोर्ट का रनवे बनाया जाएगा। इसके निर्माण के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 को 2.9 किलोमीटर डायवर्ट किया जा रहा है। काम की जिम्मेदारी गुरुग्राम की प्रसिद्ध निर्माण कंपनी कालूवाला कंस्ट्रक्शन कंपनी को सौंपी गई है। कंपनी के इंजीनियर और कर्मचारी पिछले तीन महीनों से बाबतपुर क्षेत्र में डेरा डाले हुए थे और मौसम अनुकूल होते ही कार्य शुरू कर दिया गया है।

बरसात के कारण कुछ समय तक निर्माण में देरी हुई, लेकिन अब खुदाई का कार्य तेजी से चल रहा है। फिलहाल लगभग दस मीटर गहरी खुदाई की जा रही है और इसके बाद दो मीटर मोटी कंक्रीट की छत बनाई जाएगी, ताकि टनल के ऊपर विमान आसानी से टेक ऑफ और लैंडिंग कर सकें। टनल को इस तरह डिजाइन किया गया है कि आपात स्थिति में इसे बंकर के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सके।

इस परियोजना के तहत बाबतपुर-बसनी मार्ग के बीच ओवरब्रिज भी बनाया जाएगा। यह पुल लगभग 50 मीटर लंबा होगा और इसकी ऊंचाई सीमित रखी जाएगी ताकि वर्तमान सड़क के स्तर से बहुत अधिक अंतर न हो। इस ओवरब्रिज के माध्यम से वाहनों की आवाजाही सुगम होगी और यात्रियों को इसका विशेष अनुभव भी नहीं होगा क्योंकि ब्रिज का डिजाइन सड़क के स्वाभाविक ढाल के अनुरूप रखा गया है।

एनएचएआई अधिकारियों का कहना है कि यह प्रोजेक्ट न केवल वाराणसी एयरपोर्ट के विस्तार की दिशा में एक बड़ा कदम है बल्कि यह आने वाले समय में शहर की सौंदर्य और पर्यटन पहचान को भी नई ऊंचाई देगा। काशी की संस्कृति और आधुनिक तकनीक का यह संगम वाराणसी को देश में एक अलग पहचान दिलाएगा।

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