Wed, 23 Jul 2025 15:05:14 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: बुधवार को वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पर एक बड़ी पुलिस कार्रवाई में एसटीएफ और कैंट थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने एक शातिर असलहा तस्कर को गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी प्लेटफार्म नंबर 9 के पास उस समय हुई जब आरोपी असलहे की डील करने के लिए पहुंचा था। गिरफ्तार तस्कर के पास से एके-47 के कारतूस, पिस्टल, अर्धनिर्मित रिवॉल्वर, असलहा बनाने के उपकरण और भारी मात्रा में अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किया गया है।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान मिठाईलाल (59) निवासी ग्राम भुइली खाश, थाना अवलहाट, जनपद मिर्जापुर के रूप में हुई है, जो फिलहाल वाराणसी के सारनाथ क्षेत्र के रुप्पनपुर मोहल्ले में किराए पर रह रहा था। इस कार्रवाई की पुष्टि करते हुए डीसीपी वरुणा प्रमोद कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि पुलिस को पहले से सूचना मिली थी कि एक सक्रिय असलहा तस्कर कैंट रेलवे स्टेशन पर किसी को हथियार बेचने के उद्देश्य से पहुंचने वाला है। सूचना की गंभीरता को देखते हुए एसटीएफ और कैंट पुलिस की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची और रणनीतिक ढंग से घेराबंदी कर आरोपी को रंगे हाथ दबोच लिया।
तलाशी के दौरान मिठाईलाल के पास से 9 एमएम की एक पिस्टल और 32 बोर की अर्धनिर्मित रिवॉल्वर बरामद की गई। पूछताछ और तफ्तीश के दौरान जब पुलिस टीम ने मिठाईलाल के बताए स्थान पर छापा मारा तो वहां से एके-47 राइफल के कारतूस सहित विभिन्न बोर के आठ जिंदा कारतूस, 10 से अधिक मिस फायर कारतूस, 7.62 एमएम और 8 एमएम के 10 खोखे, पिस्टल की पांच मैगजीन, हथियार बनाने के उपकरण, ट्रेन का टिकट और 452 रुपये नकद बरामद किए गए।
पूछताछ में मिठाईलाल ने खुलासा किया कि वह मिर्जापुर और वाराणसी के सारनाथ इलाके में किराए के मकानों में असलहा निर्माण का गोरखधंधा चलाता था। उसकी गतिविधियां इतनी गुप्त थीं कि वह वर्षों से पुलिस की नजरों से बचता आ रहा था। उसके खिलाफ कैंट, मडुआडीह और सारनाथ थानों में वर्ष 2005 से लेकर अब तक छह से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें अवैध असलहा निर्माण, तस्करी और शस्त्र अधिनियम की गंभीर धाराएं शामिल हैं।
डीसीपी प्रमोद कुमार ने बताया कि मिठाईलाल को पहले भी तस्करी और शस्त्र अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस अब मिठाईलाल के आपराधिक नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है और उसके अन्य संभावित सहयोगियों की तलाश भी शुरू कर दी गई है। इस पूरी कार्रवाई को अपराध नियंत्रण के दृष्टिकोण से एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है, जिससे अवैध हथियारों के फैलते नेटवर्क पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।