Sat, 13 Sep 2025 11:46:37 - By : Shriti Chatterjee
वाराणसी-बाबतपुर मार्ग पर वाजिदपुर से काजीसराय तक बने 3.10 मीटर लंबे ओवरब्रिज के नीचे पानी बर्बादी का गंभीर मामला सामने आया है। डिवाइडर के बीच लगाए गए फूल-पौधों की सिंचाई के लिए जो टपक विधि पाइपलाइन डाली गई थी, वह कई जगहों से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। इसका नतीजा यह है कि पौधों तक पानी पहुंचने के बजाय रोजाना हजारों लीटर पानी सड़क पर बह रहा है।
शनिवार सुबह करीब छह बजे एनएचआई के कर्मचारियों ने जब सिंचाई के लिए पानी चालू किया, तो पाइपलाइन से पानी सीधे सड़क पर गिरने लगा। वाजिदपुर रिंगरोड चौराहे पर पानी इतनी तेजी से बहा कि वहां से गुजर रहे राहगीरों और दोपहिया वाहन चालकों को फिसलने का खतरा बन गया। यह स्थिति न केवल संसाधनों की बर्बादी है बल्कि सड़क सुरक्षा के लिए भी खतरा बन रही है।
स्थानीय निवासियों ने इस समस्या को लेकर नाराजगी जाहिर की है। प्रवीण यादव, मेराज अहमद, रवि शंकर जायसवाल और संतोष गुप्ता ने बताया कि एनएचआई द्वारा लगाई गई सिंचाई प्रणाली लंबे समय से खराब पड़ी है। पाइप कई स्थानों से टूटी हुई है और पानी पौधों तक पहुंच ही नहीं पा रहा है। इसके बावजूद कोई अधिकारी या कर्मचारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा।
लोगों का कहना है कि वाजिदपुर से काजीसराय तक ओवरब्रिज के नीचे रोजाना हजारों लीटर पानी यूं ही बहकर बर्बाद हो रहा है। जबकि गर्मी और सूखे के दिनों में पानी की किल्लत आम होती है। इस तरह का जल अपव्यय न केवल संसाधनों को नुकसान पहुंचा रहा है बल्कि सरकारी लापरवाही को भी उजागर करता है।
ग्रामीणों और राहगीरों ने मांग की है कि इस पाइपलाइन की तत्काल मरम्मत कराई जाए ताकि पौधों को सही तरीके से पानी मिल सके और पानी की बर्बादी रोकी जा सके। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सड़क पर पानी बहने से आए दिन दुर्घटना का खतरा बना रहता है, इसलिए अधिकारियों को तुरंत इस मामले पर कार्रवाई करनी चाहिए।