Thu, 06 Nov 2025 10:37:23 - By : Yash Agrawal
वाराणसी: बुधवार को काशी ने देव दिवाली के अवसर पर अपने असली वैभव का प्रदर्शन किया। 84 घाटों पर लगभग 25 लाख दीपों की रोशनी से पूरा शहर जगमग उठा। गंगा तट पर भक्तों ने दीयों की अद्भुत सजावट और आकृतियों का आनंद लिया, जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे धरती पर स्वर्ग उतर आया हो।
भक्तों की भीड़ ने हर हर महादेव के जयकारों के साथ इस पर्व को और अधिक भक्तिमय बना दिया। गंगा की लहरों पर तैरते दीपों ने रात के अंधेरे में स्वर्णिम प्रतिबिंब छोड़े और घाटों पर सजाई गई दीप संरचनाओं ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
रात का दृश्य और भी अद्भुत तब हुआ जब आकाश में आतिशबाजी के रंग बिखरे। आसमान सतरंगी हो उठा और दीपों के प्रतिबिंब के साथ मिलकर काशी का यह दृश्य किसी स्वर्ग से कम नहीं लग रहा था। हजारों श्रद्धालु और पर्यटक इस भव्य नजारे को देखने के लिए घाटों पर आए और उन्होंने अपनी आंखों से इस दिव्य अनुभव का आनंद लिया।
इस ऐतिहासिक और सांस्कृतिक अवसर को भास्कर के ड्रोन कैमरे ने भी कैद किया। ड्रोन वीडियो में दिखाया गया कि कैसे लाखों दीपों की झिलमिलाहट और आकाश में रंग-बिरंगी आतिशबाजी ने गंगा महोत्सव को एक अविस्मरणीय अनुभव बना दिया।
प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए थे ताकि आयोजन सुचारू और सुरक्षित रूप से संपन्न हो सके। अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष भी श्रद्धालुओं की संख्या अनुमान से अधिक रही, लेकिन उचित सुरक्षा व्यवस्था के कारण किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली।
देव दिवाली का यह पर्व न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है, बल्कि काशी की परंपरा, कला और सौंदर्य का जीवंत प्रतीक भी है।