वाराणसी: दहेज प्रताड़ना मामले में पति, सास-ससुर समेत चार पर केस दर्ज, विवाहिता को घर से निकाला

वाराणसी के फूलपुर में विवाहिता की शिकायत पर पति, सास, ससुर और देवर के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज हुआ।

Wed, 03 Dec 2025 11:52:40 - By : Yash Agrawal

वाराणसी के फूलपुर क्षेत्र में दहेज प्रताड़ना का गंभीर मामला सामने आया है। पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर फूलपुर थाने में एक विवाहिता की शिकायत पर उसके पति, सास, ससुर और देवर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। शिकायत करने वाली महिला पूनम देवी ग्राम बिबिरछा की रहने वाली हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि शादी के बाद से ही उनसे दहेज के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा था और प्रताड़ना इस हद तक पहुंच गई कि उन्हें मारपीट कर घर से निकाल दिया गया।

पूनम देवी ने पुलिस कमिश्नर को दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया कि उनकी शादी मई 2022 में हिंदू रीति रिवाज से हुई थी। शादी के समय उनके पिता ने अपनी क्षमता के अनुसार पचास हजार रुपये नकद, एक बाइक, सोने की अंगूठी और अन्य घरेलू सामान दिया था। लेकिन विवाह के मात्र पंद्रह दिन बाद ही ससुराल के लोग उनसे दो लाख रुपये और सोने की सिकड़ी की मांग करने लगे। इसी दबाव और मानसिक प्रताड़ना के चलते उनके पिता उन्हें वापस अपने घर ले आए।

करीब एक वर्ष बाद रिश्तेदारों के समझाने पर पूनम दोबारा ससुराल लौटीं। इस बीच उन्हें एक बच्चा भी हुआ, लेकिन इसके बावजूद उनके साथ व्यवहार में कोई सुधार नहीं हुआ। दवा इलाज और बाकी जरूरतों को लेकर भी उनसे गाली गलौज की जाती रही। कुछ समय बाद उनके पति उन्हें समझाकर मायके ले गए, लेकिन अगस्त 2025 में जब वह फिर ससुराल पहुंचीं तो हालात और खराब हो गए। पूनम ने बताया कि शाम को उनके साथ मारपीट की गई और यह धमकी दी गई कि बिना दहेज दिए घर में रहने पर उन्हें जलाकर मार डाला जाएगा। इसके बाद उन्हें घर से बाहर निकाल दिया गया।

पूनम देवी ने शुरुआत में फूलपुर पुलिस से मदद की गुहार लगाई, लेकिन उनके अनुसार वहां उनकी शिकायत पर कोई उचित कार्रवाई नहीं हुई। मजबूर होकर उन्होंने सीधे पुलिस कमिश्नर से संपर्क किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कमिश्नर ने तुरंत फूलपुर पुलिस को कार्रवाई का आदेश दिया, जिसके बाद उनके पति दिलीप, सास देवमनी, ससुर सतीश कुमार और देवर सुजीत कुमार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया। ये सभी आरोपी भोपापुर, थाना चोलापुर के निवासी बताए गए हैं।

पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 85, 115(2), 352, 351(3) और दहेज प्रतिषेध अधिनियम की धारा 3 और 4 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस अब आरोपी पक्ष से पूछताछ और साक्ष्य जुटाने में लगी है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई होगी।

यह घटना दहेज प्रताड़ना से संबंधित बढ़ती समस्याओं को एक बार फिर उजागर करती है। बावजूद इसके कि दहेज प्रतिबंध के स्पष्ट कानून मौजूद हैं, कई मामलों में महिलाएं आज भी मानसिक और शारीरिक हिंसा का सामना कर रही हैं। पूनम देवी का मामला इसी सामाजिक समस्या की एक और कड़ी है, जिसने पुलिस और प्रशासन का ध्यान खींचा है। आने वाले दिनों में जांच की दिशा तय करेगी कि पीड़िता को न्याय किस तरह मिलता है।

लखनऊ: पीएम कार्यक्रम के बाद सजावटी गमले उठाए जाने की घटना का वीडियो वायरल

वाराणसी एयरपोर्ट पर इंडिगो चालक दल ने ड्यूटी सीमा के चलते उड़ान से किया इनकार

वाराणसी: काल भैरव मंदिर में वार्षिक श्रृंगार-अन्नकूट उत्सव, श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

कानपुर: रखरखाव कार्य के चलते कई इलाकों में बिजली आपूर्ति आज बाधित

वाराणसी और पूर्वांचल में घना कोहरा, सुबह गलन से जनजीवन प्रभावित