Tue, 30 Dec 2025 11:33:52 - By : Palak Yadav
वाराणसी में कड़ाके की ठंड का असर लगातार बना हुआ है। तेज पछुआ हवा के कारण गलन से लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है और दिनभर धूप नहीं निकलने से शीत दिवस जैसी स्थिति देखने को मिल रही है। हालांकि हवा चलने की वजह से कोहरे की घनता पहले की तुलना में कुछ कम रही, लेकिन ठिठुरन और ठंड का एहसास और तेज हो गया। शहर और ग्रामीण इलाकों में सुबह और देर शाम ठंड सबसे ज्यादा महसूस की जा रही है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार ला नीना के प्रभाव के चलते प्रशांत महासागर से आ रही ठंडी हवाएं और पहाड़ों पर लगातार हो रही बर्फबारी मैदानी इलाकों के मौसम को प्रभावित कर रही है। इसी वजह से जेट स्ट्रीम की स्थिति बनी हुई है, जिससे उत्तर पश्चिमी ठंडी हवाओं का प्रवाह तेज हो गया है। अधिक नमी और तेज हवा के कारण तापमान सामान्य से नीचे बना हुआ है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस वैश्विक मौसमी परिघटना के कारण अत्यधिक ठंडे दिन भले ही कम हों, लेकिन ठंड का असर लंबे समय तक बना रहता है और शीतलहर के साथ कोहरे की स्थिति भी बनी रहती है।
बीते सोमवार को वाराणसी में दिन का तापमान सामान्य से 7.7 डिग्री कम होकर करीब 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि रात का तापमान सामान्य से 2.4 डिग्री अधिक 11 डिग्री सेल्सियस रहा। पिछले चौबीस घंटे में दिन और रात के तापमान में क्रमशः 1.5 और 2.2 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई, लेकिन दिन और रात के तापमान में अंतर केवल चार डिग्री ही रहा। हवा की रफ्तार लगभग सात किलोमीटर प्रति घंटा मापी गई। वहीं मंगलवार सुबह अधिकतम तापमान करीब 21 डिग्री और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार अफगानिस्तान के ऊपर बना नया पश्चिमी विक्षोभ 31 दिसंबर के बाद आगे बढ़ सकता है। इसके प्रभाव से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई शहरों में बारिश की संभावना बन रही है। पूर्वांचल में तेज बारिश के आसार नहीं हैं, लेकिन कुछ जिलों में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। ठंड और कोहरे का असर हवाई सेवाओं पर भी देखने को मिला। बाबतपुर एयरपोर्ट पर सोमवार को स्पाइसजेट, एयर इंडिया एक्सप्रेस और एयर इंडिया की दिल्ली वाराणसी दिल्ली की उड़ानें रद्द रहीं, जबकि कुल छह विमान देरी से एयरपोर्ट पहुंचे। मौसम के इसी तरह बने रहने की संभावना के चलते आने वाले दिनों में ठंड से राहत मिलने के आसार कम नजर आ रहे हैं।