Fri, 17 Oct 2025 13:51:42 - By : Shriti Chatterjee
वाराणसी में महिला थाना कोतवाली की प्रभारी निरीक्षक सुमित्रा देवी को एंटी करप्शन टीम ने दस हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। टीम ने कार्रवाई के दौरान महिला अधिकारी को कार्यालय से खींचकर गाड़ी में बैठाया। इस दौरान सुमित्रा देवी ने खुद को छुड़ाने के लिए हाथ-पांव मारने की कोशिश की और धौंस दिखाने का प्रयास किया, लेकिन टीम ने किसी भी दबाव में आने के बिना उसे गिरफ्तार किया।
गिरफ्तारी के बाद महिला अधिकारी को कैंट थाने ले जाया गया, जहां उसके खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई और केस दर्ज किया जाएगा। यह कार्रवाई वाराणसी में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त संदेश देने के रूप में देखी जा रही है।
सुमित्रा देवी मूल रूप से प्रयागराज की रहने वाली हैं। वह 2010 बैच की महिला पुलिस अधिकारी हैं और 2010 से 2021 तक लखनऊ के विभिन्न थानों और चौकियों में अपनी सेवाएँ दे चुकी हैं। 2 सितंबर 2021 को उन्हें वाराणसी ट्रांसफर किया गया था, जहां उन्होंने महिला थाना की प्रभारी निरीक्षक के रूप में कार्यभार संभाला। 28 सितंबर 2023 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के अनुसार पुलिस आयुक्त वाराणसी की ओर से उन्हें राजातालाब के प्रभारी निरीक्षक के पद पर भेजा गया और फिर वापस महिला थाना की प्रभारी निरीक्षक बनाया गया।
पुलिस और एंटी करप्शन विभाग ने बताया कि सुमित्रा देवी के खिलाफ आगे की जांच जारी है और मामले में अन्य संबंधित अधिकारियों की भी भूमिका सामने आने की संभावना है।