Tue, 23 Sep 2025 13:55:07 - By : Shriti Chatterjee
वाराणसी: गंगा नदी में 11 जुलाई से बंद नौका संचालन को मंगलवार से फिर से शुरू करने का पुलिस प्रशासन का निर्णय अचानक वापस ले लिया गया। यह सूचना जल पुलिस के माध्यम से सभी नाविकों को सोमवार रात तक पहुंचा दी गई। इस फैसले के पीछे अस्सी घाट से नमो घाट तक गंगा की मौजूदा स्थिति का निरीक्षण था, जिसे एडीसीपी काशी जोन सरवणन टी ने सोमवार की शाम किया।
निरीक्षण के दौरान घाटों पर नौकाओं के उतारने और चढ़ाने की स्थिति का मूल्यांकन किया गया। सरवणन टी ने बताया कि घाटों पर ज्यादातर स्थानों पर पानी जमा है और कई जगहों पर सिल्ट जमी हुई है। इसका मतलब है कि नौकाओं का घाट तक पहुंचना फिलहाल संभव नहीं है। इसके अलावा घाटों पर प्रकाश की समुचित व्यवस्था अभी तक नहीं हो पाई है, जिससे रात में संचालन के दौरान सुरक्षा और व्यवस्थित संचालन में समस्या उत्पन्न हो सकती है।
सरवणन टी ने आगे कहा कि इन कारणों से नौका संचालन का पहले से जारी आदेश वापस लिया गया है। अब प्रशासन 25 सितंबर को एक बार फिर अस्सी घाट से नमो घाट तक निरीक्षण करेगा और उसके बाद ही नौका संचालन पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। इस दौरान यदि कोई नाव बिना अनुमति गंगा में चलेगी तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस फैसले से मांझी समुदाय में रोष है, जो पिछले 72 दिनों से अपनी जमा पूंजी पर निर्भर नौका संचालन के फिर से शुरू होने का इंतजार कर रहा था। मांझी समुदाय के लोग मंगलवार सुबह 11 बजे दशाश्वमेध घाट पर नौका संचालन न होने के विरोध में प्रदर्शन करेंगे।
एडीसीपी काशी जोन ने सभी नाविकों को निर्देश दिए हैं कि यात्रियों के उतरने और बैठने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके बाद ही अनुमति दी जाएगी। इसके साथ ही सबसे पहले बड़ी नौकाओं को आधी क्षमता के साथ संचालन की अनुमति मिलेगी और सभी यात्रियों के लिए लाइफ जैकेट पहनना अनिवार्य होगा। 25 सितंबर के निरीक्षण के बाद यदि घाटों पर व्यवस्थित व्यवस्था नजर आती है, तब ही नौका संचालन के लिए अनुमति जारी की जा सकती है।