Tue, 21 Oct 2025 11:45:34 - By : Garima Mishra
वाराणसी: दीपावली के अवसर पर वाराणसी के स्वास्थ्य विभाग ने विशेष अलर्ट जारी किया। इस बार मंडलीय चिकित्सालय कबीरचौरा की इमरजेंसी रात 8 बजे से सुबह 8 बजे तक अलर्ट मोड में रही। सीएमओ के निर्देश पर इमरजेंसी में दो मेडिकल ऑफिसरों की ड्यूटी लगी थी। इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डॉ जयेश मिश्रा के अनुसार रात 11 बजे तक 40 से अधिक मरीज ब्लास्ट इंजरी के साथ पहुंचे। इसके अलावा एक 50 वर्षीय महिला को गंभीर हालत में ट्रामा सेंटर रेफर किया गया।
रात 8 बजे सबसे पहले ढेलवारिया, चौकाघाट के गोपी (27) को अस्पताल लाया गया। गोपी के सीधे हाथ में पटाखा फट गया था, जिससे उसका अंगूठा गंभीर रूप से घायल हुआ। डॉक्टरों ने 18 टांके लगाकर उसका इलाज किया। इसके लगभग 45 मिनट बाद हरतीरथ से बॉबी (25) को अस्पताल लाया गया। उसकी दायीं आंख के पास ब्लास्ट से चोट लगी थी और लगातार ब्लीडिंग हो रही थी। ड्रेसिंग के बाद उसे ओपीडी में दिखाने के लिए घर भेजा गया।
रात 9 बजे ढाई साल के बच्चे ध्वय को सिर में बम के टुकड़े लगे। बच्चे को तुरंत ड्रेसिंग की गई। उसकी मां ने बताया कि बच्चे के साथ अन्य बच्चे भी खेल रहे थे और अचानक बम फटने से यह चोट लगी।
रात पौने दस बजे नाटी इमली के ऋषभ के चेहरे और कंधे पर स्काई शॉट फटने से चोट आई। हाथ और मुंह पर जलन हुई, जिसे तुरंत सिल्वरेक्स जेल लगाकर इलाज किया गया।
रात 10 बजे छोटी पियरी के राज पांडेय (18) हाथ में चकरी फटने से जख्मी हुए। इसके बाद अनिकेत (30) का हाथ अनार फटने से जला। दोनों का इलाज इमरजेंसी में कर ओपीडी में दिखाने की सलाह दी गई। इसी समय दो बच्चों की मां को आंख में चोट लगने पर गंभीरता को देखते हुए ट्रामा सेंटर रेफर किया गया।
रात के दूसरे हिस्से में भी कई मरीज आते रहे। हेमंत श्रीवास्तव, अमन सेठ और अन्य लोगों के हाथ और अन्य स्थानों पर पटाखे से जलन और ब्लास्ट इंजरी हुई। 7 वर्षीय अंशी यादव को अचानक सांस फूलने की शिकायत के बाद ऑक्सीजन दी गई और कुछ देर इलाज के बाद घर भेजा गया।
डॉ जयेश मिश्रा ने बताया कि इस साल भी ब्लास्ट इंजरी में बच्चों और युवाओं की संख्या अधिक रही। उन्होंने सभी से सावधानी बरतने और सुरक्षा मानकों का पालन करने की अपील की।