Sat, 23 Aug 2025 22:49:58 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: साइबर अपराधियों की सक्रियता लगातार लोगों को आर्थिक नुकसान पहुँचा रही है। ताज़ा मामला मिर्जामुराद थाना क्षेत्र का है, जहाँ गणेशपुर गांव निवासी एक व्यक्ति 90 हजार रुपये की ठगी का शिकार हो गया। पीड़ित ने इसकी शिकायत स्थानीय थाने समेत राष्ट्रीय साइबर अपराध पोर्टल पर दर्ज कराई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पीड़ित अनिल कुमार पाल ने बताया कि उनकी जान-पहचान अजय कुमार मौर्य नामक व्यक्ति से हुई थी। अजय ने उन्हें "क्रिप्टो ट्रेनिंग प्लेटफॉर्म फाइनेंस एप" के बारे में जानकारी दी और दावा किया कि वह लंबे समय से इस पर लेन-देन कर मुनाफा कमा रहे हैं। इसी क्रम में अजय ने उनकी मुलाकात हरियाणा, चंडीगढ़ निवासी कपिल पूनिया से कराई। पूनिया ने भी इस प्लेटफॉर्म को लाभकारी बताते हुए उन्हें निवेश करने के लिए प्रेरित किया।
अनिल के अनुसार उनसे पहले पूनिया के यूपीआई अकाउंट पर राशि भेजने को कहा गया, लेकिन बाद में यह कहते हुए गेटवे लिंक दिया गया कि यूपीआई अकाउंट फुल हो चुका है। पीड़ित ने भरोसा कर चार अलग-अलग गेटवे लिंक के जरिए कुल 90 हजार रुपये का भुगतान कर दिया। लेकिन भुगतान करने के बाद जब उन्होंने क्रिप्टो करेंसी (USDT) की मांग की, तो उन्हें टालने का खेल शुरू हो गया।
शुरुआत में उन्हें बताया गया कि उनका भुगतान वेरिफिकेशन प्रक्रिया में है और 24 घंटे प्रतीक्षा करनी होगी। इसके बाद जब उन्होंने दोबारा संपर्क किया तो कहा गया कि उनकी राशि अभी तक प्राप्त नहीं हुई है। यह सुनकर पीड़ित के होश उड़ गए और उन्हें ठगी का अहसास हुआ।
इसके बाद अनिल ने तुरंत बैंक को सूचना दी और राष्ट्रीय साइबर अपराध पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने के साथ ही मिर्जामुराद थाने पहुंचकर अजय कुमार मौर्य और कपिल पूनिया के खिलाफ नामजद तहरीर दी। पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 318(4) और 316(2) के तहत मुकदमा कायम किया है।
थाना प्रभारी मिर्जामुराद ने बताया कि मामला गंभीर है और साइबर ठगी से जुड़ा है। मुकदमा पंजीकृत कर जांच-पड़ताल शुरू कर दी गई है। पुलिस की साइबर सेल भी इस प्रकरण की छानबीन में लग गई है ताकि आरोपियों का पता लगाकर उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जा सके।
साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों को देखते हुए पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अनजान लिंक या संदिग्ध ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लेन-देन न करें और निवेश से पहले पूरी तरह से जानकारी हासिल करें।