Mon, 07 Jul 2025 18:34:35 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: शहर के शिवाजी नगर कॉलोनी में रविवार को एक अद्वितीय और प्रेरणादायक पहल के अंतर्गत ‘एक पौधा माँ के नाम’ अभियान की भव्य शुरुआत हुई। इस अभियान का उद्घाटन क्षेत्रीय विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने सिंदूर के पौधे को रोपित करके किया। यह कार्यक्रम सृजन सामाजिक विकास न्यास और सीआरपीएफ 95 बटालियन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया, जिसमें पर्यावरणीय चेतना और सामाजिक सहभागिता का अद्भुत संगम देखने को मिला।
इस विशेष आयोजन में न सिर्फ पर्यावरण संरक्षण की संकल्पना गूंजती रही, बल्कि मातृभाव को समर्पित पौधरोपण की इस परंपरा ने लोगों के हृदय को भी छू लिया। पर्यावरणविद अनिल कुमार सिंह, जो गंगा हरितिमा के ब्रांड एंबेसेडर भी हैं, के नेतृत्व में कार्यक्रम ने रचनात्मकता और समर्पण की मिसाल पेश की। उन्होंने उपस्थित जनसमूह को पौध संरक्षण की शपथ दिलाई और बताया कि केवल पौधे लगाना पर्याप्त नहीं, बल्कि उन्हें संरक्षित करना ही सच्चा पर्यावरण प्रेम है। उन्होंने पौधों की देखभाल की वैज्ञानिक विधियां भी विस्तार से साझा कीं।
कार्यक्रम के दौरान सावनी, गंधराज, गुड़हल, टेकोमा, रेड एजोरा, ट्रम्पेट वाइन, कनेर और स्वर्ण चंपा जैसे कई औषधीय और सुगंधित पौधे रोपे गए। इन पौधों को रोपते समय यह संदेश दिया गया कि हर एक पौधा न सिर्फ पर्यावरण को शुद्ध करेगा, बल्कि यह एक संकल्प है – जीवन देने वाला, जीवन बचाने वाला।
मुख्य अतिथि विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने इस अभियान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शुरू की गई ‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल से जोड़ते हुए जनता से आग्रह किया कि हर नागरिक को कम से कम एक पौधा अपनी माँ या किसी मातृवत व्यक्ति के नाम पर अवश्य लगाना चाहिए। उन्होंने कहा, “यह न केवल पर्यावरण के प्रति हमारी जिम्मेदारी है, बल्कि मां जैसी संवेदनाओं को प्रकृति से जोड़ने का एक जीवंत प्रयास है।”
इस अवसर पर सीआरपीएफ 95 बटालियन के कमांडेंट राजेश्वर बालापुरकर ने अध्यक्षीय भाषण में समाज से आह्वान किया कि हम सबको एकजुट होकर हरित भविष्य की ओर कदम बढ़ाने होंगे। उन्होंने कहा कि उनकी बटालियन इस नेक कार्य में सृजन सामाजिक विकास न्यास के साथ पूर्ण सहभागिता करेगी। कमांडेंट ने अपने अधिकारियों और जवानों की ओर से आश्वासन दिया कि वे न सिर्फ पौधरोपण करेंगे, बल्कि उनकी देखरेख में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
पर्यावरणविद अनिल कुमार सिंह ने बताया कि नगर निगम द्वारा जिन पार्कों की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई है, उनमें यह पाँचवां पार्क है, जहाँ इस तरह का पौधरोपण हुआ है। उन्होंने बताया कि पूर्व में आदित्य नगर पार्क, लंका माधव मार्केट पार्क, महामना पुरी कॉलोनी का महामना पार्क, साकेत नगर पार्क व संत कबीर नगर पार्क में भी अभियान चलाया गया है और भविष्य में 100 से अधिक पार्कों में पौधरोपण किया जाएगा। उन्होंने कहा, “इन सभी पौधों की आपूर्ति मेरी निजी नर्सरी से नि:शुल्क की जाएगी और संरक्षण की जिम्मेदारी स्थानीय नागरिकों को दी जाएगी।”
इस प्रेरणास्पद कार्यक्रम में 95 बटालियन सीआरपीएफ के दर्जनों अधिकारी और जवानों ने भाग लेकर इस अभियान को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कॉलोनीवासियों ने भी पूरे उत्साह और समर्पण के साथ भागीदारी निभाई, जिससे यह कार्यक्रम केवल एक पौधरोपण आयोजन न होकर एक भावनात्मक और सामाजिक आंदोलन में परिवर्तित हो गया।
यह आयोजन पर्यावरणीय जागरूकता की दिशा में एक शक्तिशाली कदम है, जो न केवल वृक्षारोपण को बढ़ावा देता है बल्कि भावनात्मक जुड़ाव के माध्यम से समाज को पर्यावरण की रक्षा के लिए प्रेरित भी करता है। वाराणसी के हृदयस्थल से शुरू हुआ यह बीजारोपण निश्चय ही आने वाले समय में हरियाली और स्वास्थ्य दोनों की राह को प्रशस्त करेगा।