Sun, 26 Oct 2025 21:15:42 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जनप्रिय रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 127वें संस्करण का प्रसारण रविवार को पूरे देश में उत्साह के साथ सुना गया। वाराणसी में इस अवसर पर कैंट विधानसभा के यशस्वी विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ कार्यक्रम का श्रवण करते हुए प्रधानमंत्री के संकल्प, संदेश और विचारों को आत्मसात किया। यह कार्यक्रम कैंट मंडल के तुलसीपुर वार्ड स्थित बूथ संख्या 80 पर आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
विधायक श्रीवास्तव ने इस अवसर पर कहा कि 'मन की बात' देश की आत्मा से संवाद का वह सशक्त मंच है, जिसने जनभागीदारी, जनआंदोलन और जनजागरण की नई परिभाषा गढ़ी है। प्रधानमंत्री मोदी हर बार समाज के प्रेरक प्रसंगों, नवाचारों, संस्कारों और देशहित के मुद्दों को जिस आत्मीयता से रखते हैं, वह प्रत्येक नागरिक को जोड़ने के साथ-साथ उसके भीतर सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करता है।
इस अवसर पर मौजूद प्रमुख जनप्रतिनिधियों में पार्षद श्रीमती कौशल्या देवी, उनके प्रतिनिधि पुन्नू लाल बिंद, श्रीमती शालिनी यादव, राजकुमार खरवार, धर्मेन्द्र कुमार, मुकेश प्रजापति, बूथ अध्यक्ष संतलाल सोनकर, माखन लाल भारती, सतीश सिंह, आकाश वर्मा, दयाराम साहनी सहित अन्य कार्यकर्ता शामिल रहे।
इसके साथ ही नितेश श्रीवास्तव के नेतृत्व में गोरखपुर से आए भाजपा कार्यकर्ता मनोज श्रीवास्तव, सौरभ श्रीवास्तव, हिमांशु श्रीवास्तव, राहुल श्रीवास्तव, शुभम श्रीवास्तव और साहिल श्रीवास्तव ने भी अपनी उत्साहपूर्ण उपस्थिति से कार्यक्रम को और ऊर्जा प्रदान की।
विधायक श्रीवास्तव ने कहा कि आज का संस्करण अद्भुत, अविस्मरणीय, प्रभावशाली और प्रेरणादायी रहा। उन्होंने बताया कि आदरणीय प्रधानमंत्री मोदी जी ने ने मन की बात में जनता को संबोधित करते हुए कहा कि छठ महापर्व भारतीय संस्कृति, प्रकृति और समाज की एकता का अद्भुत प्रतीक है, और हर भारतवासी को इस उत्सव की भावना से जुड़ना चाहिए। उन्होंने स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने, जीएसटी बचत उत्सव में बढ़ते उत्साह और खाद्य तेल की खपत घटाने जैसे जन-सहभागी प्रयासों की सराहना की। पीएम ने ओड़िशा की कोरापुट कॉफी समेत भारतीय कॉफी उद्योग की बढ़ती शक्ति पर प्रसन्नता जताई, वहीं ऑपरेशन सिंदूर को माओवादी हिंसा से मुक्त होते क्षेत्रों की नई आशा बताया। उन्होंने बेंगलुरु की झीलों के संरक्षण और मैंग्रोव से समृद्ध होते समुद्री जीवन जैसे सकारात्मक पर्यावरणीय उदाहरणों का उल्लेख करते हुए जन-सहभागिता आधारित विकास को देश की असली ताकत बताया। प्रधानमंत्री जी ने भारतीय नस्ल के डॉग्स को बढ़ावा देने, संस्कृत भाषा की समृद्ध विरासत, ‘वंदेमातरम्’ के 150 वर्ष और 31 अक्टूबर को ‘रन फॉर यूनिटी’ में शामिल होने का आह्वान किया तथा कहा कि राष्ट्रनिर्माण तभी संभव है जब हर नागरिक आत्मनिर्भरता, एकता, अनुशासन और स्वदेशी भावना के साथ आगे बढ़ने के लिए देशवासियों को प्रेरित किया।
विधायक श्रीवास्तव ने कहा, प्रधानमंत्री जी का हर शब्द केवल संदेश नहीं, बल्कि यह राष्ट्र निर्माण की दिशा में चलने वाला एक सतत आंदोलन है। ‘मन की बात’ ने देश के सामान्य नागरिक को भी असाधारण योगदानकर्ता के रूप में स्थापित किया है।"
कार्यक्रम के दौरान कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री द्वारा उठाए गए बिंदुओं पर विमर्श किया और तय किया कि वे जनता तक संदेश पहुंचाने की गति को और मजबूत करेंगे। अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।