वाराणसी: आधुनिक वाटर बोट सेवा की तैयारी तेज, अगले महीने से होगी शुरू

वाराणसी में रामनगर से नमो घाट तक आधुनिक वाटर बोट सेवा की तैयारियां तेज, अगले महीने चार बोटों का संचालन शुरू होगा।

Sat, 29 Nov 2025 12:37:23 - By : Shriti Chatterjee

वाराणसी में गंगा पर आधुनिक वाटर बोट सेवा शुरू करने की तैयारी अब तेज हो गई है और प्रशासन इन दिनों इन बोटों का ट्रायल लगातार करा रहा है. रामनगर से नमो घाट तक इनका संचालन प्रस्तावित है और उम्मीद की जा रही है कि अगले महीने नियमित सेवा शुरू हो जाएगी. फिलहाल संचालन से पहले घाटों पर यात्रियों के चढ़ने उतरने के लिए जेटी की आवश्यकता है और इसी व्यवस्था को पूरा करने के लिए नगर निगम से पत्राचार किया जा रहा है. पहले चरण में चार बोटें चलाने की योजना है जिनमें से दो बोटों का ट्रायल सफल माना गया है.

लगभग दो वर्ष पहले गुजरात की एक कंपनी ने सीएसआर फंड के तहत कुल दस वाटर बोटें वाराणसी को दी थीं. इनके संचालन की जिम्मेदारी वाराणसी सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड वीसीटीएसएल को दी गई थी लेकिन विभिन्न कारणों से यह सेवा शुरू नहीं हो सकी. इसके बाद कुछ समय के लिए इन्हें पर्यटन विभाग को सौंपने की प्रक्रिया भी चली लेकिन फिर से संचालन का काम वीसीटीएसएल के पास ही आ गया. फिलहाल इन बोटों को राल्हूपुर रामनगर स्थित मल्टी मॉडल टर्मिनल पर खड़ा किया गया है जहां से इन्हें तैयार करने और जांचने का काम किया जा रहा है.

संचालन को सुचारू बनाने के लिए वीसीटीएसएल ने सेवा प्रदाता रामनरेश निषाद के साथ अनुबंध किया है. इनके माध्यम से बोट की ऑनलाइन और ऑफलाइन बुकिंग उपलब्ध होगी. ऑनलाइन बुकिंग के लिए सेवा प्रदाता एप या अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराएगा. अनुबंध के अनुसार बोटों में कई बदलाव किए गए हैं जिनमें बाहर और अंदर की बॉडी में सुधार, बेहतर दृश्यता के लिए दोनों तरफ बड़े शीशे, सीटों के कवर बदलना और केबिन में साफ सफाई से जुड़ी सुविधाओं को अपडेट करना शामिल है. फिलहाल दो बोटों को पूरी तरह तैयार कर ट्रायल किया गया है जबकि अन्य दो के सुंदरीकरण का काम चल रहा है.

सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक वीसीटीएसएल एके सिंह ने बताया कि सेवा शुरू करने से पहले घाटों पर जेटी लगाना जरूरी होगा ताकि यात्रियों के चढ़ने और उतरने में किसी तरह की परेशानी न हो. इसके लिए नगर निगम को पत्र भेजा गया है और जल्द व्यवस्था होने की संभावना है. एक बोट में पचास यात्रियों के बैठने की क्षमता है और जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली समिति ने किराये को मंजूरी दे दी है. प्रति व्यक्ति न्यूनतम किराया 125 रुपये और अधिकतम किराया 325 रुपये तय किया गया है. वहीं दशाश्वमेध घाट पर होने वाली गंगा आरती को देखने के लिए दो घंटे की यात्रा का किराया प्रति व्यक्ति 175 रुपये रखा गया है.

गंगा में आधुनिक वाटर बोट सेवा शुरू होने से शहर में पर्यटन को नई गति मिलने की उम्मीद है. यह सेवा न केवल स्थानीय लोगों के लिए एक नया परिवहन विकल्प देगी बल्कि देश विदेश से आने वाले पर्यटकों को भी आधुनिक और सुरक्षित जल परिवहन का अनुभव कराएगी. प्रशासन को उम्मीद है कि ट्रायल सफल रहने और तकनीकी व्यवस्थाएं समय पर पूरी होने के बाद यह सेवा वाराणसी में पर्यटन के नए अध्याय की शुरुआत करेगी.

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