Sat, 15 Nov 2025 11:02:09 - By : Yash Agrawal
हरहुआ चौकी क्षेत्र के विशुनपुर गांव में रहने वाले धर्मराज सिंह राठौर द्वारा संचालित एनजीओ सर्वशिक्षा अभियान और विकास समिति के बैंक खाते का साइबर ठगों द्वारा दुरुपयोग किए जाने का मामला सामने आया है। पीड़ित ने इस संबंध में थाना बड़ागांव के साथ ही साइबर थाना वाराणसी में भी शिकायत दर्ज कराई है। यह एनजीओ बैंक ऑफ इंडिया अर्दली बाजार शाखा में स्थित खाते के माध्यम से सामाजिक कार्यों के लिए दानदाताओं से सहयोग राशि प्राप्त करता है, लेकिन हाल की इस घटना ने संस्था की विश्वसनीयता को चुनौतीपूर्ण स्थिति में खड़ा कर दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार एनजीओ का बैंक खाता संख्या 690620110000038 है। धर्मराज सिंह राठौर ने बताया कि कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने स्वयं को दानदाता बताते हुए उनसे संपर्क किया और बड़ी धनराशि देने का भरोसा दिलाया। उन्होंने बातचीत के दौरान दान की औपचारिकताओं के नाम पर एनजीओ के बैंक खाते से संबंधित जानकारी हासिल कर ली। इसके बाद ठगों ने इस खाते का उपयोग कई अनधिकृत वित्तीय लेनदेन के लिए किया और खाते को अपनी गतिविधियों का माध्यम बना लिया। पीड़ित का कहना है कि इन लेनदेन से न तो उन्हें कोई लाभ मिला और न ही इनका उनकी संस्था से कोई संबंध था।
धर्मराज सिंह राठौर ने मामले को साइबर ठगी की सोची समझी चाल बताया। उन्होंने कहा कि ठगों ने न केवल वित्तीय दुरुपयोग किया, बल्कि एनजीओ की प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता को भी नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सामाजिक कार्यों के लिए प्राप्त दान राशि का उपयोग हमेशा निर्धारित नियमों और उद्देश्य के अनुसार ही किया जाता है और संस्था किसी भी अवैध गतिविधि में शामिल नहीं है।
घटना सामने आने के बाद पीड़ित ने तुरंत कार्रवाई करते हुए साइबर थाना वाराणसी में एफआईआर दर्ज कराई और इसकी प्रतिलिपि थाना बड़ागांव को भी सौंपी। बड़ागांव थाना प्रभारी अतुल सिंह ने बताया कि शिकायत को गंभीरता से लेते हुए ठगों की पहचान और उनके नेटवर्क को पकड़ने के लिए जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि संबंधित डिजिटल ट्रेल, कॉल डिटेल और बैंकिंग लेनदेन की जांच की जा रही है ताकि अपराधियों तक पहुंचने में आसानी हो सके। पुलिस का कहना है कि ऐसे मामलों में लोगों को सतर्क रहने और किसी भी अनजान स्रोत से प्राप्त दान संबंधित संदेश या फोन कॉल की पुष्टि करने की सलाह दी जाती है।