वाराणसी: अपराध नियंत्रण व नागरिक सुविधाओं हेतु ‘वन वार्ड वन गैंग’ योजना लागू

वाराणसी में अपराध नियंत्रण और जन सुविधाओं के लिए 'वन वार्ड वन गैंग' योजना लागू की गई है, जिससे पुलिस और नगर निगम दोनों स्तरों पर प्रभावी निगरानी सुनिश्चित होगी।

Sat, 29 Nov 2025 10:42:06 - By : Shriti Chatterjee

वाराणसी शहर में अपराध नियंत्रण और नागरिक सुविधाओं को मजबूत करने के उद्देश्य से वन वार्ड वन गैंग योजना लागू कर दी गई है। इस पहल का मकसद हर वार्ड में एक मजबूत स्थानीय निगरानी तंत्र तैयार करना है ताकि अपराध की रोकथाम और जन शिकायतों के समाधान में तेजी लाई जा सके। शहर में बढ़ती चुनौतियों को देखते हुए यह व्यवस्था पुलिस और नगर निगम दोनों स्तरों पर लागू की गई है, जिससे नागरिकों को सुरक्षित वातावरण और बेहतर सुविधाएं मिल सकें।

अपराध नियंत्रण के लिए बनाई गई योजना के तहत हर वार्ड में एक विशेष पुलिस टीम तैनात की जाएगी। यह टीमें वार्ड के भीतर होने वाली गतिविधियों पर नजर रखेंगी और किसी भी आपराधिक घटना पर तत्काल कार्रवाई करेंगी। टीम में मौजूद प्रशिक्षित पुलिसकर्मी स्थानीय नागरिकों के संपर्क में रहकर सूचनाएं जुटाएंगे और वार्ड स्तर पर मजबूत समन्वय व्यवस्था कायम करेंगे। इस संरचना से पुलिस और जनता के बीच सहयोग बढ़ेगा, जिससे शहर में सुरक्षा व्यवस्था को नई मजबूती मिलेगी।

उधर नगर निगम ने अंधेरी गलियों की समस्या को खत्म करने और पूरी रात सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए वन वार्ड वन गैंग योजना को तकनीकी स्तर पर लागू किया है। नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल के निर्देश पर अब हर वार्ड में एक समर्पित तकनीकी टीम तैनात की गई है। इन टीमों में लाइनमैन, इलेक्ट्रिशियन और हेल्पर शामिल हैं, जो प्रतिदिन अपने क्षेत्र का निरीक्षण करेंगे और शाम से लेकर रात तक फील्ड में मौजूद रहेंगे।

यह तकनीकी टीमें खराब पड़ी स्ट्रीट लाइट्स की मरम्मत को लेकर जिम्मेदार होंगी और किसी भी शिकायत के बाद अधिकतम 24 घंटे के भीतर समस्या का समाधान करना अनिवार्य होगा। केवल विशेष परिस्थितियों में 48 घंटे का समय दिया जाएगा। नगर निगम का दावा है कि इस व्यवस्था से वाराणसी को रोशनी के शहर के रूप में विकसित करने का लक्ष्य तेजी से पूरा किया जा सकेगा।

हर गैंग को मरम्मत के लिए जरूरी उपकरण प्रदान किए गए हैं। टीम के पास बल्ब, चोक, टाइमर, एमसीबी, वायरिंग सामग्री और अन्य सभी आवश्यक तकनीकी संसाधन उपलब्ध रहेंगे। काम के दौरान सुरक्षा नियमों का पालन अनिवार्य होगा। इसके लिए सेफ्टी बेल्ट, इंडिकेटर, सीढ़ी और आटो कटऑफ जैसे सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल किया जाएगा। तकनीकी मानकों का पालन करते हुए टीमों को प्रतिदिन अपनी रिपोर्ट जोनल कार्यालय, विद्युत विभाग और मुख्य नियंत्रण कक्ष को भेजनी होगी।

नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार स्ट्रीट लाइट से जुड़ी स्थितियों का रोजाना अपडेट तैयार किया जाएगा और इसकी सतत निगरानी जोनल अधिकारी और विद्युत विभाग मिलकर करेंगे। इस पूरी व्यवस्था से शहर की निगरानी और रखरखाव दोनों को व्यवस्थित और तेज बनाने की योजना है। वाराणसी प्रशासन का मानना है कि इन कदमों से शहर अधिक सुरक्षित, रोशन और व्यवस्थित बनेगा।

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