Sat, 13 Sep 2025 11:20:08 - By : Shriti Chatterjee
वाराणसी के आराजी लाइन ब्लॉक के अंतर्गत रामसिंहपुर बीरबल गांव के प्राथमिक विद्यालय के सामने इन दिनों हालात बेहद खराब हो गए हैं। विद्यालय गेट के ठीक सामने सड़क पर पानी और कीचड़ जमा होने से बच्चों और शिक्षकों दोनों के लिए भारी परेशानी खड़ी हो गई है। स्कूल पहुंचना अब बच्चों के लिए रोजाना की जद्दोजहद बन गया है और इसकी सीधी मार उनकी पढ़ाई पर पड़ रही है।
प्रधानाध्यापक सुभाष मौर्या ने इस गंभीर समस्या पर तुरंत कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि जलभराव और गड्ढों से भरी सड़क बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो रही है। कई बच्चे गिरकर कपड़े और किताबें खराब कर बैठते हैं। अभिभावक मजबूरी में अपने बच्चों को घर वापस ले जाते हैं, जिससे शिक्षा बाधित हो रही है। उन्होंने चेताया कि यदि जल निकासी और सड़क मरम्मत की व्यवस्था जल्द नहीं की गई तो हालात और बिगड़ सकते हैं।
ग्राम प्रधान प्रमोद गुप्ता ने स्वीकार किया कि गांव में कई विकास कार्य अधूरे हैं और सड़क की समस्या उनमें से एक है। उन्होंने दावा किया कि योजनाबद्ध तरीके से काम चल रहा है और जल्द ही इसका समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा। लेकिन ग्राम पंचायत सचिव शंकर शरण दुबे ने इस विषय पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
ग्रामीणों ने भी स्थिति पर नाराजगी जताई है। सचिन, सोनू, रजत और सीनियर सिंह जैसे स्थानीय लोगों ने बताया कि बच्चे अक्सर कीचड़ में फिसलकर गिर जाते हैं। कई बार छोटे बच्चे रोते हुए स्कूल तक पहुंचने के बजाय वापस घर चले जाते हैं। इससे न केवल उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है बल्कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता बढ़ गई है।
ग्रामीणों का सवाल है कि जब यह विद्यालय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में आता है तो यहां की ऐसी बदहाली पर जिम्मेदार अधिकारी और जनप्रतिनिधि क्यों चुप हैं। उनका कहना है कि इस समस्या पर तुरंत ध्यान दिया जाए और सड़क की मरम्मत व जल निकासी की स्थायी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि बच्चों की शिक्षा बिना रुकावट जारी रह सके।