वाराणसी: रामनगर- कमला नर्सिंग होम में मातृ-शिशु स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण कार्यशाला संपन्न, मां बनी प्रथम चिकित्सक

वाराणसी के रामनगर में मातृ-शिशु स्वास्थ्य और नवजात देखभाल पर महत्वपूर्ण कार्यशाला, माताओं को जानकारी दे सशक्त किया गया।

Thu, 07 Aug 2025 16:07:14 - By : Sayed Nayyar

वाराणसी: रामनगर/मातृ-शिशु स्वास्थ्य और नवजात देखभाल जैसे गंभीर और संवेदनशील विषय पर मंगलवार को एक बेहद महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन रामनगर के साहित्य नाका-टेंगरा मोड़ मार्ग स्थित कमला नर्सिंग होम में किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य था। समाज को विशेष रूप से मातृ शक्ति को नवजात शिशुओं की देखभाल, पोषण, स्वच्छता और प्राथमिक उपचार की सही जानकारी देकर उन्हें अधिक सशक्त बनाना।

कार्यशाला का आयोजन एपेक्स नर्सिंग कॉलेज की दर्जनों प्रशिक्षु छात्राओं द्वारा किया गया, जिनकी सहभागिता ने इस कार्यक्रम को न केवल शिक्षाप्रद बल्कि व्यावहारिक और प्रेरणादायी भी बना दिया। छात्राओं ने आधुनिक चिकित्सा दृष्टिकोण, पारंपरिक देखभाल पद्धतियों, नवजात के मानसिक विकास और स्तनपान की महत्ता जैसे विषयों को सरल शब्दों में प्रस्तुत कर लोगों को जागरूक किया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कमला नर्सिंग होम के डायरेक्टर अजय प्रताप सिंह और अभिनव विचार मंच के अध्यक्ष अमूल चन्द्र सिन्हा ने भी शिशु स्वास्थ्य पर अपने अनुभव साझा किए। दोनों वक्ताओं ने मातृ-शक्ति को बच्चों की प्रथम चिकित्सक बताते हुए कहा कि यदि एक मां को नवजात की बुनियादी देखभाल की जानकारी हो तो समाज के स्वास्थ्य स्तर में अभूतपूर्व सुधार हो सकता है।

अजय प्रताप सिंह ने कहा, “नवजात जीवन एक कोरा कैनवास है। मां ही पहली कलाकार होती है जो प्रेम, देखभाल और ज्ञान के रंगों से उसमें जीवन भरती है। इस तरह की कार्यशालाएं मांओं को सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम हैं।”

अमूल चन्द्र सिन्हा ने अपने विचार रखते हुए बोला, कि “हमारी सामाजिक संस्था का उद्देश्य ही है समाज को जागरूक करना। शिशु के पालन-पोषण से जुड़े हर पहलू को समझाना न केवल मां बल्कि पूरे परिवार की जिम्मेदारी है।”

कार्यक्रम की खास बात यह रही कि वहां उपस्थित सभी महिलाओं ने न केवल ध्यानपूर्वक कार्यशाला की बातों को सुना, बल्कि अपने अनुभव भी साझा किए। स्थानीय महिलाएं इस बात से भी अभिभूत दिखीं कि उन्हें नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं और वरिष्ठ डॉक्टरों से सीधे संवाद करने का मौका मिला।

कार्यशाला का संचालन कुशलतापूर्वक करते हुए कमला नर्सिंग होम की वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. पुष्पा सिंह ने कहा, “आज भी ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में शिशु मृत्यु दर का एक बड़ा कारण जानकारी का अभाव है। हमारा प्रयास है कि यह जानकारी हर घर तक पहुँचे, ताकि हर शिशु स्वस्थ जीवन की ओर बढ़े।”

कार्यक्रम के अंत में वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. आर. ए. सिंह ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि “इस तरह के आयोजनों से चिकित्सा और जन-सामान्य के बीच की दूरी कम होती है। हम एक ऐसा समाज बना सकते हैं जहाँ शिशु केवल जन्म नहीं लेते, बल्कि स्वस्थ जीवन की ओर अग्रसर होते हैं।”

इस अवसर पर कई नर्सिंग छात्राओं ने शिशु देखभाल पर लघु प्रस्तुतियाँ दीं, साफ-सफाई के बारे में मॉडल के जरिए जानकारी साझा की, और माताओं से संवाद कर उनके सवालों के जवाब भी दिए। कार्यशाला में स्थानीय नागरिक, वरिष्ठ महिलाएं, समाजसेवी और स्वास्थ्यकर्मी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

यह आयोजन अपने उद्देश्यों में पूरी तरह सफल रहा, क्योंकि इसके हर शब्द में संवेदना, हर क्रिया में सेवा भाव और हर मुस्कान में विश्वास का संचार देखा गया। कमला नर्सिंग होम का यह प्रयास न सिर्फ रामनगर बल्कि पूरे क्षेत्र में एक प्रेरणास्रोत बनकर उभरा है।

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