Wed, 15 Oct 2025 19:36:04 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: बुधवार को जिले में एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर दिया। बच्छाव बाजार के पास एक तेज रफ्तार कूड़ा डंपर ने बाइक सवार परिवार को टक्कर मार दी। इस हादसे में बाइक पर सवार महिला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसके पति और दो बच्चों को हल्की चोटें आईं। घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर दिया और आरोपी चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई व पीड़ित परिवार को उचित मुआवजे की मांग की।
घटना के अनुसार, मिर्जापुर जिले के खानपुर सीखड़ गांव निवासी रत्नेश विश्वकर्मा (35) बुधवार सुबह अपनी पत्नी सरला विश्वकर्मा (30), बेटा आयुष (10) और बेटी श्रुति (6) के साथ बाइक से खनाव स्थित अपने बुआ के घर गृह प्रवेश समारोह में शामिल होने जा रहे थे। जैसे ही उनका परिवार बच्छाव बाजार के पास पहुंचा, तभी अखरी की दिशा से आ रहा तेज रफ्तार कूड़ा डंपर अचानक उनकी बाइक से जा टकराया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि चारों लोग सड़क पर गिर पड़े।
इस दौरान सरला विश्वकर्मा दुर्भाग्यवश सड़क के दाहिने ओर गिरीं और डंपर का पिछला पहिया उनके ऊपर से गुजर गया, जिससे उनकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। हादसे के बाद चालक वाहन को कुछ दूरी पर छोड़कर फरार हो गया। वहीं रत्नेश और दोनों बच्चे घायल हो गए, जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से नजदीकी निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
हादसे की खबर फैलते ही स्थानीय लोग मौके पर इकट्ठा हो गए और आक्रोश में अखरी-चुनार मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। लोगों ने नगर निगम प्रशासन और पुलिस के खिलाफ नाराजगी जताई। उनका कहना था कि आए दिन डंपिंग यार्ड की ओर जाने वाले ये कूड़ा डंपर बिना किसी नियम के तेज रफ्तार से गुजरते हैं, जिससे दुर्घटनाओं की घटनाएं बढ़ रही हैं। बाजार और रिहायशी इलाकों से भारी वाहन के लगातार आवागमन पर रोक लगाने की भी मांग उठी।
सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस टीम पहुंची और प्रदर्शन कर रहे लोगों को शांत कराने का प्रयास किया। हालांकि, स्थानीय लोग कार्रवाई और मुआवजे की घोषणा के बिना जाम हटाने को तैयार नहीं थे। पुलिस अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता और आरोपी चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद काफी समझाने-बुझाने के बाद जाम समाप्त कराया गया।
पुलिस ने मृतका का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं हादसे की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। गांव में मातम का माहौल है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से यह मांग की है कि ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए कूड़ा ढोने वाले वाहनों की गति और उनके संचालन पर सख्त नियंत्रण लगाया जाए, ताकि भविष्य में किसी और परिवार को इस तरह की त्रासदी का सामना न करना पड़े।