Tue, 22 Jul 2025 22:36:53 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: आज मंगलवार की सुबह वाराणसी के आदमपुर थाना क्षेत्र स्थित कोनिया घाट पुल पर एक दर्दनाक सड़क हादसे में 19 वर्षीय छात्र की जान चली गई। वह तेज रफ्तार बाइक से जा रहा था और पुल की रेलिंग से टकराकर वरुणा नदी में गिर पड़ा। पीछे बैठा उसका साथी गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, लेकिन राहत एवं बचाव कार्य में देरी को लेकर परिजन और स्थानीय लोग आक्रोशित हो उठे। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि कोनिया पुल पर जाम लगा दिया गया, जिसे पुलिस ने समझा-बुझाकर शांत कराया।
मृत छात्र की पहचान विजईपुरा (कोनिया) निवासी नोमान पुत्र नसीम (19) के रूप में हुई है, जो अपने साथी अनुराग सोनकर (18), निवासी हनुमना फाटक, के साथ बाइक पर सवार होकर खालिसपुर की ओर जा रहा था। दोनों छात्र कोनिया में स्थित एक निजी इंटर कॉलेज में पढ़ते थे और कॉलेज से बिना छुट्टी लिए बाहर निकले थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तेज गति से पुल के मोड़ पर पहुंचने के दौरान बाइक का संतुलन बिगड़ा और वह रेलिंग से टकरा गई। टक्कर इतनी तेज थी कि नोमान पुल की रेलिंग पार कर सीधा वरुणा नदी में जा गिरा, जबकि अनुराग पुल पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया।
हादसे के तुरंत बाद राहगीरों और स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। आदमपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायल अनुराग को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। वहीं, नदी में गिरे छात्र नोमान की तलाश के लिए एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया, लेकिन टीम करीब दो घंटे की देरी से दोपहर 12 बजे घटनास्थल पर पहुंची। इसके बाद राहत और बचाव अभियान शुरू किया गया। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद, दोपहर 12:30 बजे नोमान का शव नदी से बरामद किया गया। शव मिलने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
एनडीआरएफ की देरी से कार्रवाई से गुस्साए नोमान के परिजन और स्थानीय लोग बेहद नाराज हो गए। उन्होंने घटनास्थल पर विरोध प्रदर्शन करते हुए कोनिया पुल पर जाम लगा दिया। परिजनों का आरोप था कि यदि बचाव दल समय पर पहुंच जाता, तो शायद नोमान की जान बचाई जा सकती थी। स्थिति को बिगड़ता देख पुलिस ने तत्काल हस्तक्षेप कर लोगों को शांत कराया और जांच का आश्वासन दिया।
इस हादसे ने एक बार फिर आपात स्थितियों में बचाव एजेंसियों की तत्परता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक नौजवान छात्र की असमय मौत से परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। घायल छात्र अनुराग का इलाज चल रहा है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और कॉलेज प्रशासन से भी संपर्क कर छात्रों की उपस्थिति और गतिविधियों से जुड़ी जानकारी ली जा रही है।
पूरे क्षेत्र में इस हादसे को लेकर शोक और आक्रोश का माहौल है। नोमान की असमय मृत्यु ने कई सवाल खड़े किए हैं। क्या तेज रफ्तार युवाओं के लिए घातक साबित हो रही है, और क्या राहत एजेंसियां संकट के समय उतनी तेज हैं, जितनी उन्हें होनी चाहिए।