Sun, 02 Nov 2025 13:04:54 - By : Tanishka upadhyay
वाराणसी के सिगरा थाना क्षेत्र में शनिवार की देर रात एक दर्दनाक हादसा सामने आया, जहां मलदहिया स्थित विनायक प्लाजा की पांचवीं मंजिल से गिरकर ट्रांसपोर्टर सूरज सिंह की मौत हो गई। मृतक के परिवार ने इस घटना को संदिग्ध बताया है और पुलिस से हत्या की आशंका जताई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मौके के सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुटी है।
मिली जानकारी के अनुसार, पिशाच मोचन स्थित रमाकांत नगर कॉलोनी निवासी 30 वर्षीय सूरज सिंह, जो मूल रूप से बिहार के मधेपुरा जिले का रहने वाला था, अपने दोस्त बबलू शाह के साथ शनिवार रात माई टेबल नामक नाइट क्लब में पार्टी करने गया था। दोनों ने वहां शराब पी और देर रात डांस फ्लोर पर नाचने को लेकर किसी से कहासुनी हो गई। विवाद इतना बढ़ गया कि क्लब के बाउंसरों ने बीच-बचाव करते हुए सूरज को बाहर निकाल दिया। इसके कुछ समय बाद रात करीब 1 बजकर 10 मिनट पर वह क्लब की पांचवीं मंजिल से नीचे गिरा और गंभीर रूप से घायल हो गया। मौके पर मौजूद स्टाफ और सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
घटना के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। सूरज के परिजनों को सुबह लगभग छह बजे हादसे की जानकारी दी गई। सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। मृतक का भाई बादल सिंह सिगरा थाने पहुंचा और पुलिस को तहरीर दी, जिसमें उसने हत्या का आरोप लगाया। उसका कहना है कि सूरज आत्महत्या जैसा कदम नहीं उठा सकता था, क्योंकि वह जिम्मेदार व्यक्ति था और उसके ऊपर पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी। वह विंध्यवासिनी ट्रांसपोर्ट नाम से रामकटोरा क्षेत्र में एक ट्रांसपोर्ट कंपनी चलाता था, जिससे करीब दस लोगों का परिवार चलता है।
इस पूरे मामले में सबसे बड़ा सवाल उसके दोस्त बबलू शाह की गुमशुदगी को लेकर है। घटना के बाद से बबलू का कोई पता नहीं चल पाया है और उसका मोबाइल फोन भी बंद है। पुलिस उसके ठिकाने का पता लगाने में जुटी है।
सिगरा थाना प्रभारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के जरिए यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि सूरज क्लब की छत से कैसे गिरा। क्या यह हादसा था, आत्महत्या थी या किसी ने धक्का दिया। क्लब के स्टाफ और मौजूद लोगों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह नाइट क्लब देर रात तक खुला रहता है और यहां अक्सर झगड़े की घटनाएं सामने आती हैं। घटना के बाद पुलिस ने क्लब के संचालन से जुड़ी दस्तावेजी जांच भी शुरू कर दी है। इस घटना ने वाराणसी में नाइट क्लबों की सुरक्षा व्यवस्था और संचालन नियमों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।