Sat, 25 Oct 2025 14:04:52 - By : Shubheksha vatsh
वाराणसी में आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए एक नया अनुभव जल्द ही शुरू होने जा रहा है। शहर में बन रहे अर्बन रोपवे के माध्यम से अब गंडोला पर बैठे श्रद्धालु सीधे श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के शिखर का दर्शन कर सकेंगे। यह सुविधा 2026 से उपलब्ध होगी। विशेष रूप से उन दिनों जब मंदिर में भारी भीड़ होती है, श्रद्धालु अब मंदिर तक पहुंचने के बजाय रोपवे से ही बाबा का आशीर्वाद ले सकेंगे।
रोपवे का निर्माण कार्य दो चरणों में किया जा रहा है। पहले चरण में कैंट से रथयात्रा तक और दूसरे चरण में रथयात्रा से गोदौलिया तक रोपवे का कार्य पूरा होगा। इस परियोजना में सुरक्षा पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। एनएचएलएमएल के इंजीनियर लगातार निरीक्षण करते हुए काम कर रहे हैं। परियोजना के तहत 3.8 किलोमीटर लंबाई में कुल पांच स्टेशन बनाए जाएंगे। इनमें कैंट स्टेशन, विद्यापीठ, रथयात्रा इंटरमीडिएट स्टेशन, गोदौलिया स्टेशन और गिरजाघर टेक्निकल स्टेशन शामिल हैं।
इस योजना के अंतर्गत कुल 29 टावर और 150 गंडोला लगाए जाएंगे। लगभग दो लाख वर्ग फीट में निर्माण होगा। परियोजना की कुल लागत 815.58 करोड़ रुपये है और इसमें 15 साल का ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस भी शामिल है। रोपवे प्रतिदिन 16 घंटे तक संचालित होगा, जिससे शहर में यातायात के बेहतर विकल्प के रूप में यह सुविधा उपलब्ध होगी।
पर्यटक और श्रद्धालु अब आसानी से मंदिर के शिखर का दर्शन कर पायेंगे, जिससे विशेषकर पर्व और त्योहार के समय होने वाली भीड़ से राहत मिलेगी। विशेषज्ञों का कहना है कि पर्वतमाला परियोजना के तहत काशी में एशिया का पहला अर्बन रोपवे शहर के परिवहन और धार्मिक पर्यटन के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।