वाराणसी: रामनगर/जलजमाव से परेशान महिलाओं का जोनल कार्यालय पर प्रदर्शन

वाराणसी के रामनगर में जलजमाव से परेशान महिलाओं ने रामनगर जोनल कार्यालय पर प्रदर्शन किया और अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जल्द समाधान की मांग की।

Mon, 21 Jul 2025 13:44:45 - By : Sayed Nayyar

वाराणसी: रामनगर/रामपुर वार्ड संख्या 13 के रस्तापुर मोहल्ले में लगातार हो रही बारिश के बाद जलजमाव की गंभीर समस्या को लेकर सोमवार को मोहल्ले की महिलाओं ने आरती पांडेय के नेतृत्व में रामनगर जोनल कार्यालय पर धरना दिया। दोपहर लगभग 11 बजे शुरू हुए इस विरोध प्रदर्शन में दर्जनों महिलाएं शामिल हुईं, जो कार्यालय परिसर में बैठकर जोरदार नारेबाजी करने लगीं। महिलाओं ने जोनल अधिकारी पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।

धरने पर बैठीं महिलाओं ने बताया कि मोहल्ले में सीवर व्यवस्था ठप पड़ी हुई है। कई दिनों से रस्तापुर इलाके में जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे गलियों और घरों में घुटनों तक गंदा पानी भर गया है। सड़कों पर बहते गंदे पानी के कारण लोगों का आना-जाना मुश्किल हो गया है, वहीं बच्चों को स्कूल जाने में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

आरती पांडेय ने कहा कि वार्ड में जलनिकासी को लेकर कई बार शिकायत की गई, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी लगातार अनदेखी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सीवर की समय पर सफाई नहीं होने से पानी अब लोगों के घरों तक घुस गया है, जिससे संक्रामक बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। स्थानीय निवासी भयभीत हैं और प्रशासन से कोई ठोस कदम उठाए जाने की उम्मीद लगाए बैठे हैं।

धरना दे रही शीला देवी ने बताया कि यासीन नामक मोहल्ले के ही एक युवक ने नगर निगम को कई बार फोन और लिखित शिकायत देकर सूचित किया, लेकिन न तो कोई कर्मचारी मौके पर आया और न ही कोई वैकल्पिक व्यवस्था की गई। महिलाओं ने कहा कि यह केवल नगर निगम की लापरवाही नहीं बल्कि आम जनता के स्वास्थ्य और जीवन से खिलवाड़ है।

महिलाओं ने स्पष्ट किया कि अगर प्रशासन तत्काल प्रभाव से रस्तापुर मोहल्ले में जल निकासी की व्यवस्था नहीं करता, तो वे उग्र प्रदर्शन को बाध्य होंगी। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने चेताया कि इसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन और जोनल अधिकारी की होगी।

धरने में शामिल प्रमुख लोगों में आरती पांडेय, लालती देवी, माया, उषा, रीता, नन्कू, शीला देवी, गीत, अनीता, शांति, रेखा, शिवम, विशाल, आनंद, छोटेलाल, वंदना और यासीन सहित अन्य स्थानीय निवासी शामिल रहे। सभी की एक ही मांग थी।जल्द से जल्द इस गंभीर समस्या का समाधान हो ताकि लोग सामान्य जीवन जी सकें।

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