Thu, 17 Jul 2025 19:10:37 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने वाराणसी दौरे के दौरान जिले के विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की गहन समीक्षा की। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में उन्होंने अधिकारियों के साथ विभिन्न विभागों की लंबित और प्रगति पर चल रही परियोजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। बैठक के दौरान सीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी कार्य समयबद्ध, पारदर्शी और गुणवत्ता मानकों के अनुरूप पूरे हों, जिससे जनसामान्य को सीधे लाभ मिले।
मुख्यमंत्री का यह दौरा केवल प्रशासनिक समीक्षा तक सीमित नहीं रहा, बल्कि सांस्कृतिक, धार्मिक और शैक्षिक गतिविधियों से भी जुड़ा रहा। गुरुवार शाम को मुख्यमंत्री श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने विधिवत दर्शन-पूजन किया और इसके बाद बाबा कालभैरव के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। सावन के महीने में शिवभक्तों और कांवड़ियों की बड़ी संख्या में संभावित आमद को देखते हुए सीएम ने मंदिर प्रशासन और स्थानीय प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं का मौके पर जाकर अवलोकन किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए जल, चिकित्सा, सुरक्षा और मार्गदर्शन की व्यवस्था चाक-चौबंद होनी चाहिए।
इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री आदित्यनाथ सारनाथ स्थित केंद्रीय उच्च तिब्बती शिक्षा संस्थान में भी जा सकते हैं, जहां वे बौद्ध शिक्षा और संस्कृति के संरक्षण के लिए चल रहे कार्यों का मूल्यांकन कर सकते हैं। इस संस्थान में बने सोवा रिगपा अस्पताल का पहले ही निरीक्षण किया जा चुका है, जहां पारंपरिक तिब्बती पद्धति से हो रहे उपचारों की जानकारी भी ली गई।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को वसंता कॉलेज में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे, जिसमें आदिवासी नायक बिरसा मुंडा की स्मृति में जनजातीय समाज से जुड़े विविध विषयों पर चर्चा की जाएगी। यह आयोजन सामाजिक समावेश और सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देने के सरकार के प्रयासों का हिस्सा है। इसके अतिरिक्त, सीएम जेल रोड पर निर्मित 'संगीत पथ' का भी निरीक्षण करेंगे, जो कि शहर के सांस्कृतिक परिदृश्य को समृद्ध करने की दिशा में एक नई पहल मानी जा रही है।
मुख्यमंत्री की उपस्थिति के दृष्टिगत, सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी प्रशासन सतर्क दिखा। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन हुआ, जिसमें सुरक्षा, ट्रैफिक नियंत्रण और भीड़ प्रबंधन को लेकर निर्देश जारी किए गए। इससे पूर्व, बुधवार को सीएम के प्रस्तावित कार्यक्रमों की तैयारी के सिलसिले में सचिव विवेक अग्रवाल, बौद्ध तिब्बती संस्थान के संयुक्त सचिव समर नंदा, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के महानिदेशक यदुवीर सिंह रावत सहित सात सदस्यीय दल ने सारनाथ का भ्रमण किया। उन्होंने संग्रहालय में रखे राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न शीर्ष सिंह समेत ऐतिहासिक मूर्तियों और पुरातात्विक धरोहरों का अवलोकन किया। दल ने मूलगंध कुटी विहार, बौद्ध मंदिर के अवशेष, अशोक स्तंभ और धमेख स्तूप का भी भ्रमण किया।
दौरे के समापन पर मुख्यमंत्री पुनः अफसरों के साथ एक बैठक करेंगे, जिसमें वे शहर की प्रमुख निर्माणाधीन परियोजनाओं की जमीनी स्थिति का जायजा लेने के साथ-साथ प्रशासनिक समीक्षा को अंतिम रूप देंगे। मुख्यमंत्री का यह बहुआयामी दौरा प्रशासनिक दक्षता, सांस्कृतिक संवर्धन और जन कल्याण की प्रतिबद्धता को प्रतिबिंबित करता है।