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मथुरा: हाईवे पर पुलिस ने पकड़ी मोटर पार्ट्स में छुपाई गई अवैध शराब, एक गिरफ्तार

मथुरा: हाईवे पर पुलिस ने पकड़ी मोटर पार्ट्स में छुपाई गई अवैध शराब, एक गिरफ्तार

मथुरा पुलिस ने दिल्ली-मथुरा हाईवे पर पिकअप से 50 पेटी अवैध शराब बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार किया।

मथुरा जिले के कोसीकलां क्षेत्र में पुलिस ने मंगलवार देर रात एक बड़ी कार्रवाई करते हुए दिल्ली मथुरा हाईवे पर चल रही अवैध शराब तस्करी का पर्दाफाश किया है। वाहन चेकिंग अभियान के दौरान पुलिस ने एक पिकअप को रोकने का प्रयास किया, लेकिन चालक बैरियर तोड़कर भागने लगा। पुलिस टीम ने तत्काल रेडियो पर सूचना साझा की और हाईवे पर गश्त कर रही दूसरी टीम को सतर्क किया। कुछ ही पलों में पुलिस ने पिकअप का पीछा शुरू किया और करीब दो किलोमीटर तक लगातार पीछा करने के बाद वाहन को रोकने में सफलता हासिल की। जब पिकअप की तलाशी ली गई तो उसके अंदर मोटर पार्ट्स की तरह पैक किए गए कार्टन मिले। इन कार्टनों को खोलकर देखने पर पता चला कि उनमें पंजाब निर्मित अवैध शराब की पचास पेटियां छिपाई गई थीं। बरामद हुई इस शराब की अनुमानित कीमत करीब पांच लाख रुपये बताई जा रही है। इसके साथ ही पुलिस को मोटर पार्ट्स के नाम से बनाई गई एक फर्जी रिफाइनरी बिल्टी भी मिली जो तस्करी को छिपाने के लिए उपयोग की जा रही थी।

पुलिस ने मौके से हरियाणा के सोनीपत जिले के थाना रोहना निवासी जसवीर सिंह को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह लंबे समय से राज्यों के बीच अवैध शराब की तस्करी में शामिल है। उसने बताया कि वह शराब की पेटियों को खास तरीके से मोटर पार्ट्स की तरह पैक करवाता था ताकि पहली नजर में कोई शक न हो। साथ ही वह फर्जी बिल्टी तैयार कराता था जिससे किसी भी पुलिस जांच में दस्तावेज दिखाकर वह आसानी से निकल सके। जसवीर के अनुसार वह हर बार अलग मार्ग का इस्तेमाल करता था और चेकिंग की संभावना वाले स्थानों से बचकर चलता था। पुलिस ने आरोपी के इस तरीके को बेहद चालाकी भरा बताया और कहा कि इसी कारण वह अब तक कई बार कार्रवाई से बचता रहा।

कोसीकलां थाना प्रभारी अजय कौशल ने बताया कि यह कार्रवाई एक बड़े नेटवर्क की कड़ी हो सकती है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि यह अवैध शराब कहां से लाई जाती थी, किस जगह भेजी जानी थी और इस तस्करी में और कितने लोग शामिल हैं। पुलिस की प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि पिकअप के दस्तावेज भी संदिग्ध हैं और उसके नंबर तथा रजिस्ट्रेशन की भी जांच कराई जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि जिस तरीके से शराब की पैकिंग की गई थी, उससे साफ है कि यह काम काफी समय से योजनाबद्ध तरीके से हो रहा था और इसके पीछे पूरा गिरोह सक्रिय हो सकता है।

घटना के बाद हाईवे पर सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है। पुलिस टीमों को निर्देश दिए गए हैं कि रात में चलने वाले सभी कमर्शियल वाहनों की सख्ती से जांच की जाए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जाए। स्थानीय पुलिस ने यह भी कहा है कि अवैध शराब तस्करी के मामलों में पिछले कुछ समय से वृद्धि देखी जा रही है और ऐसे मामलों को रोकने के लिए लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। कोसीकलां क्षेत्र में यह मामला हाल के दिनों में पकड़ी गई सबसे बड़ी खेप में से एक है जिससे यह स्पष्ट है कि तस्कर अब नए तरीके अपनाकर कानून से बचने की कोशिश कर रहे हैं।

फिलहाल पुलिस ने बरामद पिकअप, शराब और फर्जी बिल्टी को अपने कब्जे में लेकर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस आरोपी के मोबाइल फोन, संपर्कों और वित्तीय लेनदेन की भी जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह इस अवैध कारोबार में किसके लिए काम कर रहा था। जांच में यह भी स्पष्ट करने की कोशिश की जाएगी कि पकड़ी गई खेप से पहले कितनी बार इसी तरीके से शराब की तस्करी की गई है। पुलिस अब तकनीकी जांच के साथ साथ आरोपी से लगातार पूछताछ कर इस नेटवर्क के बड़े सदस्यों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।

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