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वाराणसी: काशी इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में छात्रों का प्रदर्शन हुआ समाप्त, प्रबंधन ने मानीं नौ प्रमुख मांगें

वाराणसी: काशी इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में छात्रों का प्रदर्शन हुआ समाप्त, प्रबंधन ने मानीं नौ प्रमुख मांगें

तीन दिन से जारी विरोध के बाद काशी इंस्टिट्यूट में छात्रों की नौ प्रमुख मांगों पर सहमति बनी, धरना समाप्त

वाराणसी के मिर्जामुराद स्थित काशी इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में छात्रों का तीन दिन से जारी विरोध प्रदर्शन आखिरकार समाप्त हो गया। ठंड और प्रतिकूल हालात के बावजूद कॉलेज गेट पर डटे सैकड़ों छात्रों के दबाव के बाद कॉलेज प्रबंधन ने उनकी नौ प्रमुख मांगों पर सहमति जता दी। प्रदर्शन अपने चरम पर पहुंच चुका था और पूरी रात नारेबाजी के बीच छात्रों ने स्पष्ट कर दिया था कि मांगें माने बिना वे पीछे हटने वाले नहीं हैं। प्रबंधन और छात्रों के बीच हुई लंबी वार्ता के बाद सहमति बनने पर छात्रों ने धरना समाप्त करने का निर्णय लिया।

छात्रों का आरोप था कि प्रवेश के समय कॉलेज को स्वायत्त बताया गया था लेकिन अब परीक्षाएं डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के अंतर्गत कराई जा रही हैं और परीक्षा केंद्र भी कैंपस से बाहर बनाए जा रहे हैं। इससे छात्रों को आर्थिक और मानसिक दोनों तरह की परेशानी उठानी पड़ रही थी। इसके साथ ही फीस में बढ़ोतरी अधूरे प्रैक्टिकल छोटे छोटे मुद्दों पर जुर्माना और हॉस्टल सुविधाओं में गड़बड़ी को लेकर भी छात्र नाराज थे। छात्रों का कहना था कि इन समस्याओं को लेकर कई बार प्रबंधन से शिकायत की गई लेकिन समाधान नहीं हुआ।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एडीसीपी गोमती जोन पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और छात्रों से संवाद किया। इसके बाद कॉलेज प्रबंधन को तुरंत बुलाया गया। कॉलेज के डिप्टी डायरेक्टर डायरेक्टर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और छात्रों के बारह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता शुरू हुई। करीब पांच घंटे तक चली बैठक में छात्रों की नौ मांगों पर सहमति बनी। प्रबंधन ने आश्वासन दिया कि कॉलेज को जल्द से जल्द ऑटोनॉमस बनाने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। यदि कोई छात्र कॉलेज छोड़ना चाहता है तो उसका शुल्क पंद्रह दिन के भीतर वापस किया जाएगा। ऑटोनॉमस स्टेटस नहीं मिलने की स्थिति में प्रथम वर्ष का शिक्षण शुल्क घटाया जाएगा।

बैठक में यह भी तय हुआ कि छात्रों पर लगाए गए अर्थदंड की समीक्षा शिक्षक और छात्र प्रतिनिधियों की संयुक्त समिति करेगी और आवश्यकता अनुसार उसे हटाया या कम किया जाएगा। चीफ प्रॉक्टर अश्विनी मिश्रा के खिलाफ छात्रों की शिकायत पर जांच समिति गठित करने और जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। आंदोलन में शामिल किसी भी छात्र पर अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी। हॉस्टल में दो बेड के नाम पर तीन बेड वाला कमरा देने के मामले में कॉलेज अब केवल तीन सीटर का ही शुल्क लेगा और अतिरिक्त ली गई राशि वापस की जाएगी। कैंपस के बाहर स्थित हॉस्टल में भी मेस सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी और कॉलेज में छात्र समिति का गठन किया जाएगा ताकि भविष्य में छात्रों की बात प्रबंधन तक समय पर पहुंच सके।

वार्ता के बाद छात्रों ने कॉलेज प्रशासन की पहल को सकारात्मक बताया। छात्रों का कहना है कि यदि तय समय सीमा में सभी वादे पूरे नहीं किए गए तो वे दोबारा आंदोलन करने को मजबूर होंगे। प्रदर्शन में आयुष कुमार तुषार कुमार उज्जवल चौबे रिधिमा त्रिपाठी अमन कुमार सिंह उदित सहित बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं शामिल रहे। इस समझौते के बाद कैंपस में सामान्य स्थिति बहाल हो गई है।

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