अयोध्या: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ पर पांच दिवसीय भव्य आयोजन

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की द्वितीय वर्षगांठ पर 29 दिसंबर से 2 जनवरी तक सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।

Thu, 18 Dec 2025 12:43:11 - By : Palak Yadav

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की द्वितीय वर्षगांठ 31 दिसंबर को पौष शुक्ल द्वादशी तिथि पर श्रद्धा और भव्यता के साथ मनाई जाएगी। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इस अवसर पर पांच दिवसीय आयोजनों की विस्तृत रूपरेखा तय की है। यह कार्यक्रम 29 दिसंबर से आरंभ होकर 2 जनवरी तक चलेंगे। इन दिनों रामकथा मानस पाठ काव्य पाठ और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से श्रीराम के जीवन और आदर्शों का स्मरण किया जाएगा। मुख्य समारोह 31 दिसंबर को आयोजित होगा जिसमें केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति प्रस्तावित है। ट्रस्ट के अनुसार यह आयोजन श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक अनुभूति के साथ सांस्कृतिक उत्सव का रूप लेगा।

श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डा अनिल कुमार मिश्र ने बताया कि 29 दिसंबर को सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक मानस पाठ होगा। इसके बाद दोपहर ढाई बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामदिनेशाचार्य द्वारा रामकथा प्रस्तुत की जाएगी। शाम साढ़े पांच बजे से सात बजे तक गुरु घासीदास विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ की ओर से रामलीला का मंचन किया जाएगा। 30 दिसंबर को भी इसी क्रम में सुबह मानस पाठ दोपहर में रामकथा और शाम को रामलीला का आयोजन निर्धारित है। इन आयोजनों के माध्यम से श्रद्धालुओं को रामकथा की परंपरा और सांस्कृतिक विरासत से जोड़ा जाएगा।

31 दिसंबर को प्राण प्रतिष्ठा की द्वितीय वर्षगांठ का मुख्य कार्यक्रम होगा। इस दिन सुबह आठ बजे से दोपहर साढ़े बारह बजे तक मानस पाठ चलेगा। दोपहर एक बजे से तीन बजे तक उद्घाटन सत्र आयोजित होगा जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल होंगे। इसके बाद दोपहर 3:10 बजे से शाम 5:50 बजे तक जगद्गुरु रामदिनेशाचार्य की रामकथा होगी। शाम छह बजे से रात साढ़े सात बजे तक काव्य पाठ का आयोजन किया जाएगा और इसके बाद वाराणसी की अंशिका सिंह की प्रस्तुति होगी। ट्रस्ट का कहना है कि यह दिन श्रद्धा और सांस्कृतिक गरिमा का विशेष संगम बनेगा।

एक जनवरी को सुबह से मानस पाठ के बाद रामकथा का आयोजन होगा। शाम छह बजे से रात नौ बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला चलेगी जिसमें गायक अनूप जलोटा और तृप्ति शाक्या द्वारा श्रीराम पर आधारित भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी। इसके साथ ही फिरोजाबाद के मयूरी डांस ग्रुप द्वारा रामकथा पर आधारित नृत्य नाटिका मंचित की जाएगी। 2 जनवरी को अंतिम दिन भी सुबह मानस पाठ और दोपहर में रामकथा होगी। शाम छह बजे से रात नौ बजे तक गायक सुरेश वाडेकर और संजोली पांडेय की सांस्कृतिक प्रस्तुति के साथ शालीना चतुर्वेदी ग्रुप दिल्ली द्वारा राम की शक्ति पूजा कथक नृत्य नाटिका का मंचन किया जाएगा। ट्रस्ट के अनुसार इन पांच दिनों के आयोजन राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की स्मृति को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से और अधिक सशक्त बनाएंगे।

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