अयोध्या: राम मंदिर ध्वजारोहण समारोह में 367 कलाकार देंगे सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, शहर में उत्सव का माहौल

अयोध्या में राम मंदिर ध्वजारोहण समारोह की तैयारियां पूरी, 367 कलाकार दो दिनों तक देंगे सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, शहर में उत्सव का माहौल।

Mon, 24 Nov 2025 16:01:51 - By : Yash Agrawal

अयोध्या में राम मंदिर ध्वजारोहण समारोह की तैयारियां अपने चरम पर पहुंच गई हैं और पूरा शहर आध्यात्मिक और सांस्कृतिक वातावरण से भरा दिखाई दे रहा है। आने वाले दो दिनों तक प्रदेश भर के 367 कलाकार अपनी पारंपरिक कला, संगीत और नृत्य की प्रस्तुतियां देकर इस आयोजन को एक अद्भुत सांस्कृतिक रंग देने जा रहे हैं। शहर के साकेत कॉलेज से नया घाट और एयरपोर्ट से भरतकुंड तक विभिन्न मंचों पर कलाकारों की प्रस्तुतियां होंगी, जिनमें प्रदेश की समृद्ध लोककला और आध्यात्मिक धरोहर का संगम देखने को मिलेगा। इस भव्य आयोजन के लिए शहर को आकर्षक सजावट से संवारा गया है और सुरक्षा व्यवस्थाओं को भी सख्ती से लागू किया गया है।

कलाकार अपनी प्रस्तुतियों में प्रदेश की पारंपरिक सांस्कृतिक पहचान, लोक कलाओं और शास्त्रीय परंपराओं को सुर और ताल में पिरोकर पेश करेंगे। मंचों पर मयूर नृत्य से लेकर कथक जैसी शास्त्रीय विधाएं दिखाई देंगी, तो दूसरी ओर भजन और लोक गायन की शृंखलाबद्ध प्रस्तुतियां पूरे वातावरण को आध्यात्मिकता से भर देंगी। ब्रज की लोक धुनों से लेकर प्रदेश के विभिन्न अंचलों के गायन दल अपनी सांस्कृतिक विरासत को दर्शकों तक पहुंचाएंगे। शहनाई, सारंगी, पखावज, बांसुरी, सरोद और सितार जैसे पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुनें इस आयोजन को और अधिक गरिमामय बनाएंगी।

ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल लोग उत्तर प्रदेश की विविध लोक कलाओं की अनूठी झलक देख सकेंगे। मयूर, राई, फरुवाही, बधावा, अवधी, करमा, ढेढिया, धोबिया, कहरवा, वनटांगिया और बारह सिंहा जैसे पारंपरिक नृत्य इस आयोजन को विशेष आकर्षण देंगे जबकि कथक की मनमोहक प्रस्तुति दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने वाली होगी। यह पूरा आयोजन प्रदेश की लोक संस्कृति की व्यापकता और उसकी दिव्यता को दर्शाने वाला महत्वपूर्ण अवसर साबित होगा।

सोमवार को तुलसी स्मारक परिसर में सूफी, भजन और ब्रज के लोक गायन के साथ अयोध्या के लोक नृत्य की प्रस्तुतियों की शुरुआत होगी। भरतकुंड में चित्रकूट के कलाकार भजन प्रस्तुत करेंगे और स्थानीय गायक लोक गीतों से माहौल को भक्ति रस में रंग देंगे। इसके साथ ही राम की पैड़ी पर भजन, सुगम और लोक गायन के साथ कथक नृत्य नाटिका भी प्रदर्शित की जाएगी। शहर में अलग अलग स्थानों पर मंच तैयार किए गए हैं जिनमें साकेत महाविद्यालय के पास, हरजेश पेट्रोल पंप के निकट, बृहस्पति कुंड, सहारा इंटर प्राइजेज, लकी आर्ट, गेट नंबर 11 और महर्षि वाल्मीकि हवाई अड्डा शामिल हैं।

भव्य ध्वजारोहण कार्यक्रम को शहर और आसपास के क्षेत्रों में 50 से अधिक एलईडी स्क्रीन पर लाइव दिखाया जाएगा। सूचना विभाग की ओर से स्क्रीन और एलईडी वैन की व्यवस्था की गई है ताकि लोग किसी भी स्थान से समारोह की झलक देख सकें। पोस्ट आफिस, तुलसी स्मारक भवन, कारसेवकपुरम, टेढ़ी बाजार, रेलवे स्टेशन, सूर्यकुंड, गुप्तारघाट और कई अन्य सार्वजनिक स्थानों पर भी एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं।

यह आयोजन अयोध्या में उत्साह और गर्व का विषय बन गया है। संत समुदाय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति को लाखों श्रद्धालुओं के लिए सौभाग्यशाली क्षण बताया है। तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर जगत गुरु परमहंस आचार्य महाराज ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या को एक दिव्य स्वरूप प्रदान किया है जिसे हर आने वाला व्यक्ति महसूस कर सकता है। उन्होंने कहा कि वेदों और पुराणों में वर्णित अयोध्या आज पुनर्जीवित होती दिखाई दे रही है।

बाबरी मस्जिद मामले के पूर्व वादी इकबाल अंसारी ने भी प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि आज अयोध्या बेहद सुंदर दिखाई देती है और यह परिवर्तन प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने कहा कि शहर में सभी धर्मों के लोग सौहार्द और भाईचारे के साथ रहते हैं और ध्वजारोहण में प्रधानमंत्री की उपस्थिति गर्व की बात है।

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