Sun, 23 Nov 2025 14:16:49 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
बदायूं: आज रविवार की सुबह उत्तर प्रदेश के बदायूं जनपद के बिल्सी क्षेत्र में एक बेहद दुर्लभ और हैरान करने वाली घटना सामने आई, जब ठीक 9 बजे के आसपास आसमान से अचानक एक विशाल बर्फ की सिल्ली (Ice Chunk) नीचे आ गिरी। स्थानीय लोगों के मुताबिक, यह सिल्ली आकार में इतनी बड़ी थी कि इसे 20 से 50 किलो वजन का बताया जा रहा है। ईंट-भट्ठे के पास गिरी इस बर्फ की अचानक टक्कर से तेज धमाके जैसी आवाज हुई, जिससे आसपास का पूरा इलाका दहल गया। घटना के समय ईंट-भट्ठे पर मजदूर काम कर रहे थे, लेकिन सौभाग्य से सभी सुरक्षित रहे। यह सिल्ली जिस जगह गिरी, उससे दो-तीन कदम की दूरी पर ही मजदूर मौजूद थे।
कैसे हुई घटना? चश्मदीदों का बयान
घटना के तुरंत बाद मौजूद लोगों ने बताया कि सुबह का समय था और मजदूर सामान्य रूप से काम कर रहे थे। अचानक तेज सी ‘टप्प’ जैसी आवाज आई और देखते ही देखते एक भारी चीज तेजी से नीचे आती दिखाई दी। शुरुआत में किसी को समझ नहीं आया कि यह क्या है, लोगों को लगा कि शायद कोई बड़ा पत्थर या विमान का कोई हिस्सा गिरा होगा। लेकिन नजदीक जाकर देखने पर सभी दंग रह गए कि जमीन पर पड़ा टुकड़ा बर्फ का है, वह भी असाधारण रूप से विशाल।
इसके बाद मजदूरों और आसपास के ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जमा हो गई। कई लोगों ने बताया कि उन्होंने जीवन भर इतना बड़ा बर्फ का टुकड़ा आसमान से गिरते कभी नहीं देखा। कुछ ने आशंका जताई कि यह किसी उड़ान भरते विमान से जमी बर्फ का हिस्सा हो सकता है, जिसे वैश्विक स्तर पर “आइस फॉल” या “ब्लू आइस घटना” कहा जाता है।
पुलिस मौके पर पहुंची, वैज्ञानिक जांच शुरू
सूचना पाकर बिल्सी कोतवाली पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। इंस्पेक्टर बी.के. मौर्य ने स्थल निरीक्षण के बाद कहा कि पहली नजर में यह घटना “कुदरत का करिश्मा” प्रतीत होती है। उन्होंने बताया कि इस सिल्ली का आकार, वजन और गिरने की दिशा को ध्यान में रखते हुए कई संभावनाओं पर जांच की जा रही है। जैसे ऊंचाई पर मौसमीय प्रक्रिया से बर्फ का बनना, या फिर किसी विमान के वॉशरूम सिस्टम से निकलने वाली जमी हुई बर्फ का गिरना, जिसे वैज्ञानिक भाषा में एविएशन आइस भी कहा जाता है।
पुलिस ने बर्फ का नमूना सुरक्षित कर लिया है ताकि इसे प्रयोगशाला में भेजकर पता लगाया जा सके कि यह प्राकृतिक रूप से बनी बर्फ है या विमानन गतिविधियों से संबंधित है।
घटना की गंभीरता देखते हुए प्रशासन भी तुरंत हरकत में आया। SDM प्रेमपाल सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी गई है और वैज्ञानिक आधार पर जांच करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं में किसी भी प्रकार का खतरा हो सकता है, इसलिए जांच बेहद जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी घटनाएं दुनिया के कई हिस्सों में कभी-कभी देखी जाती हैं, लेकिन आबादी वाले क्षेत्रों में इतने बड़े आकार की बर्फ का गिरना असामान्य है।
घटना के बाद पूरे इलाके में इस “आसमानी बर्फ” की चर्चा पूरे दिन बनी रही। लोग अपने मोबाइल से वीडियो और तस्वीरें बनाते रहे। कुछ लोगों में दहशत थी कि अगर यह बर्फ किसी मकान पर या किसी व्यक्ति पर गिरती, तो गंभीर नुकसान हो सकता था। वहीं बच्चे और युवक इसे एक आश्चर्यजनक प्राकृतिक घटना मानकर देखने पहुंचते रहे।
स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन से यह भी मांग की कि अगर यह विमान से गिरा बर्फ का टुकड़ा है, तो संबंधित विभाग इसकी जांच सुनिश्चित करे, ताकि भविष्य में ऐसी घटना से किसी की जान को खतरा न हो।
जब हमारी टीम ने ऐसी घटनाओं को लेकर विशेषज्ञों से बात की तो उनका कहना था, कि आमतौर पर मुख्य 2 कारण हो सकते है।
1. एविएशन आइस (Blue Ice): उड़ते हुए विमान के बॉडी या वॉशरूम टैंक में जमी बर्फ का टूटकर जमीन पर गिरना। यह बर्फ बहुत ठोस होती है और भारी वजन के कारण जमीन से टकराते ही टूट जाती है।
2.प्राकृतिक आइस फॉल (Naturally Formed Ice Chunk): ऊंचाई पर बादलों के भीतर अत्यधिक ठंड के कारण भारी-भरकम बर्फ बन जाती है और तूफानी हवाओं के साथ नीचे आ गिरती है।
हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि बदायूं में गिरी बर्फ किस कारण से बनी थी। इसकी पुष्टि प्रयोगशाला रिपोर्ट आने के बाद ही होगी।
फिलहाल मामला जांच के अधीन, प्रशासन सतर्क
पुलिस और प्रशासन ने पूरे क्षेत्र का निरीक्षण कर लिया है और बर्फ के नमूने संरक्षित करके वैज्ञानिक जांच के लिए भेज दिए हैं। अधिकारी जल्द ही इसकी विस्तृत रिपोर्ट सार्वजनिक करेंगे।
फिलहाल राहत की बात यही है कि इस असामान्य घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। लेकिन इसने इलाके में डर और जिज्ञासा दोनों पैदा कर दिए हैं। लोग अभी भी इसे देखने के लिए आ रहे हैं और यह घटना पूरे जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है।