Tue, 23 Dec 2025 21:07:32 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
चंदौली(पड़ाव): मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जलीलपुर गांव स्थित एक नामचीन बाइक शोरूम मंगलवार को उस वक्त अखाड़े में तब्दील हो गया, जब वहां कार्यरत दो युवतियों ने शोरूम के मैनेजर पर यौन शोषण, छेड़खानी और अश्लील हरकतें करने के बेहद गंभीर आरोप लगाए। शोरूम की पेशेवर कार्यशैली की आड़ में चल रहे इस कथित 'डर्टी गेम' का पर्दाफाश तब हुआ, जब पीड़ित लड़कियों ने चुप्पी तोड़ते हुए अपने परिजनों को मौके पर बुला लिया। इसके बाद शोरूम से लेकर कोतवाली तक लगभग दो घंटे तक हाईवोल्टेज ड्रामा चलता रहा, जिसने पूरे पड़ाव क्षेत्र में सनसनी फैला दी।
घटना की परतें खोलते हुए पीड़ित युवतियों, जो कि वाराणसी की निवासी हैं और शोरूम में टेली-कॉलिंग का कार्य करती हैं, ने मैनेजर की घिनौनी कार्यशैली का कच्चा चिट्ठा खोलकर रख दिया। युवतियों का आरोप है कि शोरूम का मैनेजर सुनियोजित तरीके से उनका शोषण करने का प्रयास कर रहा था। उनका कहना है कि जैसे ही शोरूम से मार्केटिंग का काम करने वाले अन्य युवक फील्ड में या घर चले जाते थे, मैनेजर जानबूझकर शोरूम के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरों को बंद कर देता था। कैमरों की 'तीसरी आंख' बंद होते ही वह अपनी मर्यादा लांघते हुए लड़कियों के साथ अश्लील हरकतें करने लगता था और उन पर अनैतिक दबाव बनाता था।
मामला तब और गंभीर हो गया जब पीड़िताओं ने बताया कि आरोपी मैनेजर ने हदें पार करते हुए उन्हें पैसों का लालच देकर होटल चलने का प्रस्ताव तक दिया था। बीते रविवार की घटना का जिक्र करते हुए एक युवती ने बताया कि मैनेजर ने एक संदिग्ध पैकेट दिखाते हुए उसे शोरूम के पीछे बने बाथरूम में चलने को कहा। उस वक्त लोकलाज और डर के कारण लड़कियां चुपचाप घर चली गईं, लेकिन उनके सब्र का बांध तब टूट गया जब मंगलवार की सुबह शोरूम खुलने पर हिसाब-किताब के बहाने मैनेजर ने फिर से वही हरकतें दोहरानी शुरू कर दीं।
घबराई हुई युवतियों ने तत्काल इसकी सूचना अपने परिजनों को दी। खबर मिलते ही आक्रोशित परिजन शोरूम आ धमके और वहां जमकर हंगामा हुआ। मामले की नजाकत को देखते हुए पुलिस को सूचित किया गया। मौके पर पहुंची पुलिस टीम आरोपी मैनेजर को हिरासत में लेकर मुगलसराय कोतवाली ले आई। हालांकि, इसके बाद थाने के भीतर जो हुआ, वह चर्चा का विषय बना हुआ है। कोतवाली में घंटों तक चली पंचायत और मान-मनौवल के दौर के बाद आखिरकार मामले में 'सुलह-समझौता' हो गया।
इस पूरे प्रकरण पर मुगलसराय कोतवाल गगनराज सिंह ने आधिकारिक पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस को किसी भी पक्ष से कोई लिखित तहरीर प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों के बीच आपसी सहमति से सुलह हो गई है, जिसके कारण पुलिस ने कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया। बहरहाल, शोरूम के बंद कैमरों के पीछे की यह कहानी और थाने में हुआ यह समझौता क्षेत्र में दबी जुबान से चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर इतने गंभीर आरोपों पर भी कानूनी कार्रवाई की जगह 'सुलह' का रास्ता क्यों चुना गया।