Mon, 22 Dec 2025 13:49:52 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में कोडिन कफ सिरप के कथित दुरुपयोग और मौतों से जुड़े आरोपों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार का पक्ष पूरी मजबूती के साथ रखा। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि प्रदेश में कोडिन कफ सिरप के सेवन से एक भी मौत नहीं हुई है। इस पूरे प्रकरण में तथ्यहीन बयानबाजी कर जनता को भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि सरकार ने कानून के दायरे में रहकर सख्त और निर्णायक कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस मामले में एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है, और उत्तर प्रदेश सरकार ने यह लड़ाई अदालत में भी लड़ी है, जिसमें सरकार को सफलता मिली है।
सदन में चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय पर चुटकी लेते हुए कहा कि इस उम्र में व्यक्ति सामान्यतः सच बोलने का आदी हो जाता है, लेकिन समाजवादी पार्टी इस उम्र में भी उनसे झूठ बुलवाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने लंबे समय तक विधानसभा अध्यक्ष के रूप में सदन को मर्यादित ढंग से चलाया है, इसलिए उनसे ऐसी अपेक्षा नहीं थी। मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी को सलाह दी कि वह भी सच बोलने की आदत डाले और तथ्यों के आधार पर राजनीति करे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन के पटल पर सरकार की कार्रवाई का विस्तृत विवरण रखते हुए बताया कि अब तक इस मामले में 79 अभियोग दर्ज किए जा चुके हैं, जिनमें 225 अभियुक्त नामजद हैं। इनमें से 78 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है और 134 फर्मों पर छापेमारी की कार्रवाई की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि जब इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच की जाती है, तो बार-बार यही तथ्य सामने आता है कि कहीं न कहीं समाजवादी पार्टी से जुड़ा कोई नेता या व्यक्ति इसमें संलिप्त पाया जाता है। यहां तक कि अवैध लेन-देन लोहिया वाहिनी के एक पदाधिकारी के खाते के माध्यम से होने के प्रमाण भी सामने आए हैं। फिलहाल इस पूरे मामले की जांच एसटीएफ कर रही है।
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि अदालत ने इस प्रकरण में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा चलाने के निर्देश दिए हैं। सरकार ने पूरे मामले में कानूनी रूप से मजबूती के साथ अपना पक्ष रखा और जीत हासिल की। उन्होंने दो टूक कहा कि इस मामले में कोई भी अपराधी बख्शा नहीं जाएगा। बुलडोजर एक्शन को लेकर समाजवादी पार्टी पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि चिंता करने की जरूरत नहीं है, समय आने पर बुलडोजर एक्शन की पूरी तैयारी रहेगी, उस समय ज्यादा शोर मत मचाइएगा।
मुख्यमंत्री योगी ने यह भी कहा कि कोडिन कफ सिरप का सेवन बिना चिकित्सीय परामर्श के कोई नहीं कर सकता, चाहे वह बच्चा हो या वयस्क। खांसी होने पर लोग कफ सिरप लेते हैं, लेकिन डॉक्टर की सलाह से, और उस पर स्पष्ट चेतावनी भी अंकित रहती है। उन्होंने समाजवादी पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पढ़ाई-लिखाई से जिनका कोई वास्ता नहीं होता, वही इस तरह की गैर-जिम्मेदार बातें करते हैं और जनता को गुमराह करने की कोशिश करते हैं।
सदन में वर्ष 2016 का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े होलसेलर को एसटीएफ ने पकड़ा था, जिसे समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान लाइसेंस जारी किया गया था। उन्होंने कहा कि देश में दो ऐसे नमूने हैं, एक दिल्ली में और दूसरा लखनऊ में बैठता है। जब भी देश में कोई गंभीर चर्चा शुरू होती है, तो वे देश छोड़कर बाहर चले जाते हैं। यही स्थिति “आपके बबुआ” के साथ भी देखने को मिल रही है, आप यहां चिल्लाते रहेंगे और वे इंग्लैंड सैर-सपाटे पर निकल जाएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी साफ किया कि उत्तर प्रदेश में कोडिन कफ सिरप का कोई प्रोडक्शन नहीं होता। यहां केवल इसके स्टाकिस्ट और होलसेलर हैं। इसका उत्पादन मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और अन्य राज्यों में होता है। जिन राज्यों में मौतों के मामले सामने आए हैं, वे भी अन्य राज्यों से जुड़े हैं। कुछ प्रकरण तमिलनाडु में बने सिरप से संबंधित हैं। उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला इललीगल डायवर्जन का है, जिसके तहत सहारनपुर, गाजियाबाद, लखनऊ, कानपुर और वाराणसी के कुछ होलसेलरों ने इसे उन देशों और राज्यों में भेजा, जहां मद्य निषेध है। वहां नशे के आदी लोगों द्वारा इसका दुरुपयोग किया गया।
मुख्यमंत्री ने अंत में दोहराया कि सरकार कानून व्यवस्था और जनस्वास्थ्य से किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगी। तथ्यों के आधार पर कार्रवाई जारी रहेगी और इस पूरे नेटवर्क में शामिल हर व्यक्ति को कानून के दायरे में लाकर सख्त सजा दिलाई जाएगी।