Wed, 31 Dec 2025 11:44:48 - By : Palak Yadav
गणतंत्र दिवस के अवसर पर रक्षा मंत्रालय की ओर से देशभर में युवाओं और छात्रों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से विभिन्न ऑनलाइन प्रतियोगिताओं और गतिविधियों के आयोजन को लेकर एडवाइजरी जारी की गई है। इसी क्रम में काशी हिंदू विश्वविद्यालय ने अपने सभी संकायों और विभागों से इन आयोजनों के संबंध में विस्तृत कार्ययोजना प्रस्तुत करने को कहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि इस पहल से छात्रों में देशभक्ति की भावना को मजबूती मिलेगी और वे राष्ट्रीय पर्व के महत्व को अधिक गहराई से समझ सकेंगे।
इन गतिविधियों के तहत स्वतंत्रता का मंत्र वंदे मातरम विषय पर निबंध प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है, जिसकी अंतिम तिथि 31 दिसंबर निर्धारित की गई है। प्रतियोगिता में प्रतिभागियों को हिंदी और अंग्रेजी भाषा में 500 से 600 शब्दों में निबंध लिखना होगा, जिसमें भारतीय संस्कृति की विविधता में एकता के भाव को प्रभावी रूप से प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा। इस प्रतियोगिता के शीर्ष तीन विजेताओं को प्रत्येक को दस हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। इसके अलावा चयनित शीर्ष 200 प्रतिभागियों को एक सहयोगी के साथ वर्ष 2026 की गणतंत्र दिवस परेड देखने के लिए कर्तव्य पथ नई दिल्ली आमंत्रित किया जाएगा, जिसे छात्रों के लिए एक विशेष उपलब्धि माना जा रहा है।
इसके साथ ही समृद्धि का मंत्र आत्मनिर्भर भारत विषय पर पेंटिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसमें प्रतिभागी अपनी रचनात्मकता के माध्यम से स्केच ड्राइंग और चित्र प्रस्तुत करेंगे। आयोजकों का कहना है कि इस प्रकार की गतिविधियां युवाओं को देश की सामाजिक सांस्कृतिक और पर्यावरणीय चुनौतियों को समझने का अवसर देती हैं। यह संवाद गंगा जैसी जीवंत नदी प्रणालियों को समझने, उनकी पारिस्थितिकी संस्कृति आजीविका और आने वाली पीढियों के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए भी आवश्यक माना जा रहा है।
इसी क्रम में विश्वविद्यालय के आगामी स्थापना दिवस को लेकर भी तैयारियां तेज कर दी गई हैं। 23 जनवरी को वसंत पंचमी के दिन विश्वविद्यालय स्थापना दिवस मनाया जाएगा, जिसके अवसर पर झांकी जुलूस का आयोजन किया जाएगा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी संकायों से इस उत्सव में अपनी झांकियां प्रस्तुत करने का आग्रह किया है। साथ ही कार्यक्रम की सुचारु व्यवस्था के लिए प्रत्येक संकाय से एक समन्वयक और एक उप समन्वयक नामित करने के निर्देश दिए गए हैं। विश्वविद्यालय का उद्देश्य है कि इन आयोजनों के माध्यम से शैक्षणिक वातावरण के साथ साथ सांस्कृतिक चेतना और राष्ट्रीय भावना को और अधिक मजबूत किया जा