Wed, 31 Dec 2025 13:39:22 - By : Palak Yadav
काशी में बाबा के दर्शन पूजन और आशीर्वाद के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब नए साल के स्वागत में पहले ही उमड़ पड़ा है। सावन जैसा माहौल माघ से पहले ही दिखाई दे रहा है। काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए लंबी कतारें हैं और शहर के लगभग सभी प्रमुख मंदिरों में भी भारी भीड़ जुटी हुई है। नववर्ष के चलते होटल धर्मशाला पीजी और गंगा में चलने वाले नाव बजड़े लगभग पूरी तरह बुक हो चुके हैं। बढ़ती मांग के कारण ठहरने और नौकायन का खर्च भी तेजी से बढ़ा है। दूसरी ओर गंगा में जल यातायात इतना बढ़ गया है कि कई स्थानों पर जाम जैसी स्थिति बन रही है।
बुधवार को बाबा दरबार से लेकर गंगाधार तक आस्था का प्रवाह एक साथ दिखाई दिया। मंदिर परिसर में भीड़ का दबाव साफ नजर आया। मंदिर प्रशासन ने तीन जनवरी तक प्रोटोकॉल और स्पर्श दर्शन पर रोक लगाई है फिर भी दर्शन पूजन का क्रम भारी भीड़ के बीच लगातार जारी है। घाटों से लेकर विभिन्न मंदिरों तक श्रद्धालुओं का जमावड़ा बना हुआ है। संकट मोचन मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भी सुबह से रात तक दर्शन के लिए लंबी कतारें लगी रहीं।
नववर्ष के आगमन से पहले ही काशी में लाखों श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। गलियां घाट होटल और धर्मशालाएं पूरी तरह भर गई हैं। सड़कों पर यातायात धीमा है और गंगा नदी में नावों की संख्या बढ़ने से जल मार्ग पर भी दबाव बना हुआ है। श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन और मां गंगा में पुण्य स्नान कर बीते वर्ष को विदाई देने और आने वाले वर्ष के लिए मंगल कामना लेकर यहां पहुंच रहे हैं। बुधवार दोपहर तक एक लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा दरबार में दर्शन पूजन कर चुके थे।
काशी की गलियों से लेकर घाटों तक और बाबा की अंगनाई तक केवल श्रद्धालुओं का रेला दिखाई दे रहा है। कड़ाके की ठंड और शीतलहर के बावजूद आस्था की गर्माहट कम नहीं हुई है। घाटों की छटा निहारने के लिए नौकायन की होड़ से जल मार्ग पर देव दीपावली जैसा दृश्य बन गया है। प्रशासन के आकलन के अनुसार बुधवार को वर्ष के अंतिम दिन बाबा धाम में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या छह लाख से अधिक हो सकती है। वाराणसी में श्रद्धा और उत्सव का यह संगम नए साल की पूर्व संध्या पर अपने चरम पर है।