Sat, 22 Nov 2025 13:39:47 - By : Garima Mishra
गाजीपुर जिले के जमानियां क्षेत्र में गंगा नदी पर बने रेल सह सड़क पुल के दोनों छोर पर रोड वायडक्ट फ्लाई ओवर का निर्माण पूरा हो गया है। लगभग 300 करोड़ रुपये की लागत से तैयार यह विस्तृत संरचना क्षेत्र की कनेक्टिविटी को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। अभी फ्लाई ओवर पर अंतिम फिनिशिंग का काम चल रहा है, जबकि वाहनों की आवाजाही शुरू करने के लिए एप्रोच रोड का निर्माण राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के जिम्मे रहेगा।
इस डबल लेन फ्लाई ओवर की लंबाई लगभग सवा किलोमीटर है। निर्माण दो वर्ष पहले शुरू हुआ था और इसे पूरी तरह इंजीनियरिंग मानकों के अनुसार तैयार किया गया है। इस पूरे ढांचे को 29 मजबूत पिलरों, उतने ही एक्सपेंशन जॉइंट्स और 348 बेयरिंग पर खड़ा किया गया है। इसकी भार वहन क्षमता लगभग 100 टन है, जिससे बड़े मालवाहक वाहनों को भी सुगमता से गुजरने की सुविधा मिलेगी।
रेलवे की ओर से इस निर्माण की निगरानी जीपीटी इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट अश्वनी कुमार ने की। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि रेल कम रोड ब्रिज का टॉप अप फ्लोर 1050 मीटर लंबा है और दोनों ओर बने फ्लाई ओवर की लंबाई लगभग 1025 मीटर है। पूरा प्रोजेक्ट एकीकृत संरचना के रूप में तैयार किया गया है ताकि सड़क और रेल दोनों का संचालन सुचारू रूप से चल सके।
बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से तारीघाट मऊ रेल विस्तार परियोजना के तहत गंगा नदी पर 420 करोड़ रुपये की लागत से डबल डेकर पुल का निर्माण वर्ष 2016 में प्रारंभ हुआ था। यह पुल 2023 में पूरी तरह तैयार हो गया और मार्च 2024 से इस पर ट्रेनों का संचालन भी शुरू हो गया। हालांकि वाहनों की आवाजाही अभी शुरू नहीं हो सकी है, क्योंकि एप्रोच रोड का कार्य लंबित है।
रेल विकास निगम लिमिटेड के मुख्य परियोजना प्रबंधक आशुतोष शुक्ला ने बताया कि फ्लाई ओवर का निर्माण पूर्ण हो चुका है और अब केवल अंतिम चरण का काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि वाहनों के संचालन के लिए एप्रोच रोड का निर्माण अब एनएचएआई द्वारा किया जाएगा और इसके पूरा होते ही पुल को सड़क यातायात के लिए खोल दिया जाएगा।
इस परियोजना से गाजीपुर, मऊ, बलिया और आसपास के क्षेत्रों को सीधा लाभ मिलेगा। सड़क व रेल कनेक्टिविटी तेज होने से आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी और परिवहन का समय तथा लागत दोनों कम होंगे। क्षेत्र के लोगों में भी इस परियोजना के पूरा होने को लेकर उत्सुकता बढ़ गई है।