Thu, 16 Oct 2025 11:01:04 - By : Yash Agrawal
कानपुर के मेस्टन रोड क्षेत्र में हाल ही में हुए विस्फोट के बाद पुलिस ने अवैध पटाखा भंडारण करने वालों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसी कार्रवाई के तहत बुधवार को पुलिस ने एक बड़ी छापेमारी की, जिसमें करीब 33 कुंतल पटाखे बरामद किए गए। इनमें से 30 कुंतल पटाखे एक किराए के मकान में बने गोदाम से और 3.19 कुंतल पटाखे एक दुकान से मिले। पुलिस ने इस मामले में संबंधित लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मूलगंज थाना प्रभारी पवन कुमार सिंह ने बताया कि यह कार्रवाई अवैध पटाखों के भंडारण और बिक्री के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत की गई। जानकारी के अनुसार, रोटी वाली गली निवासी मोहम्मद इफ्तिखार के मकान में अवैध रूप से पटाखे रखे गए थे। जब पुलिस ने छापा मारा तो मकान की पहली मंजिल पर बने हिस्से में सौ से अधिक कार्टन में करीब 30 कुंतल से ज्यादा पटाखे मिले। मकान मालिक से पूछताछ में सामने आया कि उसी इलाके के निवासी अदनान ने पहली मंजिल किराए पर ली थी, लेकिन पुलिस के पहुंचते ही मकान मालिक मौके से फरार हो गया।
पुलिस ने मौके से रिंग कैप, वंडर थ्रो, रेड क्रैकर, रोलिंग कैप, ओरिजिनल पॉप पॉप, विशाल कलर रेड क्रैकर, मैजिक शॉट, विशाल कलर स्पार्कल, वाल गेट और रोल कैप जैसे कई प्रकार के पटाखे बरामद किए। इन सभी को पुलिस ने जब्त कर लिया और जांच के लिए संबंधित टीम को सौंपा गया।
इसके अलावा मंगलवार शाम पुलिस ने मूलगंज क्षेत्र स्थित अयूब अली उर्फ जुहैद की दुकान पर भी छापेमारी की। यहां से 26 कार्टनों में कुल 319 किलोग्राम पटाखे बरामद किए गए। इनमें मिलन कलर स्पार्कल, क्लासिक रोल कैप, कोर्सैर, ओजन टाइटन, रेड क्रैकर, शिखा कलर स्पार्कल, लेपार्ड किंग ओरिजिनल, मुन्ना पटाखा, गिन्नी कलर और टाइगर रोल कैप जैसे पटाखे शामिल थे।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह अभियान दीवाली से पहले सुरक्षा दृष्टि से बेहद जरूरी है, क्योंकि अवैध रूप से रखे गए पटाखे किसी भी समय बड़े हादसे को जन्म दे सकते हैं। फिलहाल पुलिस ने गोदाम और दुकान दोनों मामलों में आवश्यक अधिनियमों के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश की जा रही है। क्षेत्र में इस घटना के बाद दुकानदारों में हड़कंप मच गया है और कई लोग अपने भंडारण स्थलों को लेकर सतर्क हो गए हैं।
पुलिस ने चेतावनी दी है कि जिन भी स्थानों पर बिना लाइसेंस के पटाखे या विस्फोटक सामग्री रखी जाएगी, उन पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन का कहना है कि यह कदम न केवल सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए है, बल्कि त्योहारों के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए भी जरूरी है।