Mon, 08 Dec 2025 14:26:58 - By : Palak Yadav
वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं से दुर्व्यवहार और धन उगाही की शिकायतों के बाद दशाश्वमेध पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई बांसफाटक क्षेत्र में लगाए गए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और मुखबिरों से मिली जानकारी के आधार पर की गई। आरोपियों पर सुगम दर्शन के नाम पर श्रद्धालुओं से अधिक पैसे वसूलने और उनके साथ अभद्र व्यवहार करने का आरोप है। पुलिस ने बताया कि ये लोग निरंतर मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को भ्रमित करके उनसे अवैध रूप से पैसा लेते थे जिससे यात्रियों को आर्थिक नुकसान और मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ता था। शिकायतें बढ़ने के बाद इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने तुरंत मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी।
गिरफ्तार किए गए सात व्यक्तियों की पहचान कर ली गई है। इनमें शामिल हैं गणेश जयसवाल निवासी टेढ़ी नीम दशाश्वमेध उम्र 22 वर्ष, अमन कुमार निवासी हीरावनपुर सिंधौरा उम्र 22 वर्ष, कैलाशनाथ पांडेय निवासी लहरतारा मंडुवाडीह उम्र 40 वर्ष, रितेश पांडेय निवासी बड़ी पियरी चौक उम्र 20 वर्ष, वहीद अहमद निवासी बड़ादेव गोदौलिया उम्र 42 वर्ष, रामबली बिंद निवासी संकुल घारा पोखरा उम्र 25 वर्ष और रवि पांडेय निवासी दलवरिया पानी टंकी जेतपुरा उम्र 21 वर्ष। सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है और उनके नेटवर्क तथा पिछले कई महीनों से जारी गतिविधियों की भी पड़ताल चल रही है।
इस कार्रवाई के संबंध में एसीपी ने कहा कि मंदिर परिसर में इस तरह की अनधिकृत वसूली किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं की जाएगी। उन्होंने बताया कि आगे से ऐसे मामलों को रोकने के लिए सीसीटीवी निगरानी और मुखबिर नेटवर्क को और मजबूत किया जाएगा ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत पहचान हो सके। पुलिस प्रशासन का कहना है कि काशी विश्वनाथ मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और उनके अनुभव को सुरक्षित और सुखद बनाना पुलिस की जिम्मेदारी है।
काशी विश्वनाथ मंदिर देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों में एक है जहां प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। इस प्रकार की घटनाएं न केवल श्रद्धालुओं के विश्वास को ठेस पहुंचाती हैं बल्कि मंदिर की गरिमा पर भी सवाल खड़ा करती हैं। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करके यह स्पष्ट संदेश दिया है कि किसी भी प्रकार की अनियमितता या अवैध वसूली बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आने वाले दिनों में पुलिस प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े और मंदिर परिसर में सुरक्षा व्यवस्था और सख्त की जाएगी।
इस घटना के बाद पुलिस ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की तत्काल सूचना पुलिस को दें। साथ ही यह भी सलाह दी गई है कि श्रद्धालु सुगम दर्शन या अन्य सेवाओं के नाम पर किसी अनधिकृत व्यक्ति को कोई भुगतान न करें। प्रशासन का मानना है कि लोगों की सतर्कता और सहयोग से ऐसे मामलों पर पूरी तरह रोक लगाई जा सकती है और काशी विश्वनाथ मंदिर आने वाले हर श्रद्धालु को सुरक्षित वातावरण प्रदान किया जा सकता है।