Mon, 17 Nov 2025 11:36:20 - By : Palak Yadav
अयोध्या में 25 नवंबर का दिन इतिहास में दर्ज होने जा रहा है। इस दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रामजन्मभूमि परिसर में मंदिर निर्माण की पूर्णता का शंखनाद करेंगे और उनके संबोधन की गूंज पूरे अयोध्याधाम में सुनाई देगी। ध्वजारोहण के बाद प्रधानमंत्री दूसरे मंच से भक्तों को संबोधित करेंगे। इस आयोजन को करोडों लोग लाइव देख सकें, इसके लिए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट, जिला प्रशासन और नगर निगम ने संयुक्त रूप से व्यापक स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं।
ट्रस्ट ने पूरे रामजन्मभूमि परिसर में दो दर्जन से अधिक ध्वनि विस्तारक यंत्र, साउंड बाक्स और बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाने का निर्णय लिया है। इसके अतिरिक्त दोनों शहरों के महत्वपूर्ण चौराहों पर लगभग 30 एलईडी स्क्रीन स्थापित की जाएंगी, ताकि कोई भी रामभक्त इस ऐतिहासिक क्षण से वंचित न रहे। आयोजन स्थल पर दो मुख्य मंच तैयार किए जा रहे हैं, जिनके समक्ष आने वाले अतिथियों और भक्तों तक आवाज और दृश्य स्पष्ट रूप से पहुंच सके, इसके लिए ध्वनि व्यवस्था को प्राथमिकता दी जा रही है।
ध्वजारोहण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री की उपस्थिति के कारण पूरी रामनगरी में सुरक्षा और प्रबंधन को लेकर तीव्र गतिविधियां जारी हैं। मंदिर के आसपास के क्षेत्रों में अंतिम क्षणों तक शेष कार्य पूरे कराए जा रहे हैं। अवशेष निर्माण कार्य, सफाई, प्रकाश व्यवस्था और मार्ग प्रबंधन के साथ साथ दर्शनार्थियों के प्रवेश और निकास के लिए भी अलगी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। ट्रस्ट यह सुनिश्चित कर रहा है कि अतिथियों को कहीं भी ध्वनि सुनने में बाधा न आए और हर व्यक्ति प्रधानमंत्री के संबोधन को स्पष्ट सुन सके।
प्रधानमंत्री के संबोधन और ध्वजारोहण का लाइव प्रसारण दूरदर्शन को सौंपा गया है। प्रसार भारती न केवल टेलीविजन बल्कि इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्मों पर भी इस आयोजन को सीधा प्रसारित करेगा। हाल ही में प्रसार भारती के अध्यक्ष नवनीत सहगल ने अयोध्या पहुंच कर पूरी तकनीकी और प्रसारण व्यवस्था का जायजा लिया था। एआईआर अयोध्या के सहायक निदेशक अनिल कुमार सिंह ने बताया कि रिपोर्टर और कैमरामैन की टीम तैयार हो चुकी है और जल्द ही परीक्षण करके सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाएगा।
इस बीच ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने वीडियो संदेश जारी कर देश और दुनिया के सभी रामभक्तों से अपील की है कि वे 25 नवंबर को अयोध्या न पहुंचें। उन्होंने कहा कि राम मंदिर सहित सभी सात पूरक मंदिरों के शिखर पर होने वाले ध्वजारोहण और प्रधानमंत्री के संबोधन का सीधा प्रसारण घर बैठे देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि आयोजन को सुचारु रखने के लिए भीड़ को नियंत्रित करना आवश्यक है। ध्वजारोहण के बाद भक्तों को व्यवस्थित तरीके से मंदिरों का दर्शन कराया जाएगा।
अयोध्या में इस ऐतिहासिक कार्यक्रम को लेकर उत्साह चरम पर है और पूरे शहर में पर्व जैसा माहौल बन गया है। प्रशासन, ट्रस्ट और नगर निगम के संयुक्त प्रयास इस दिन को भव्य और अनुशासित बनाने की दिशा में निरंतर जारी हैं।