Sat, 22 Nov 2025 12:35:37 - By : Yash Agrawal
गाजीपुर: रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में फरार चल रहे 25 हजार के इनामी प्रताप नारायण मिश्र ने गुरुवार को कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया. उसने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नूतन द्विवेदी की अदालत में पेश होकर सरेंडर किया. लंबे समय से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी, लेकिन वह गिरफ्तारी से बचता रहा. अब उसके कोर्ट में हाजिर होने के बाद मामले की सुनवाई आगे बढ़ेगी.
प्रताप नारायण मिश्र ने शुक्रवार को अपने वकील के माध्यम से जमानत अर्जी दाखिल की है. अदालत में इस अर्जी पर सुनवाई एक दिसंबर को तय की गई है. पुलिस की नजर अब आगे की कानूनी प्रक्रिया और कोर्ट के फैसले पर है.
यह पूरा मामला करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र के मसौनी गांव निवासी मृत्युंजय राय की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत से शुरू हुआ था. शिकायत में आरोप लगाया गया था कि लठूडीह चट्टी पर मिश्रवालिया गांव के रविकांत और प्रताप नारायण ने उनसे पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी. मृत्युंजय ने बताया था कि पैसे देने से इनकार करने पर दोनों ने धमकी भी दी.
शिकायतकर्ता ने यह भी कहा कि धमकी देने के बाद आरोपियों ने मोबाइल फोन से मुख्तार अंसारी गैंग के शूटर उमेश उर्फ गोरा राय को बुलाया. कुछ देर बाद गोरा राय, उसका भतीजा दुर्गेश और अन्य कई लोग मौके पर पहुंचे और मृत्युंजय राय के साथ मारपीट की. घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव की स्थिति बन गई थी.
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रताप नारायण मिश्र, रविकांत मिश्रा, गोरा राय और दुर्गेश राय पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया था. हालांकि प्रताप मिश्र ने आत्मसमर्पण कर दिया है, लेकिन रविकांत, गोरा राय और दुर्गेश अभी भी फरार हैं. पुलिस लगातार इनकी तलाश में दबिश दे रही है और गिरफ्तारी की संभावना तलाश रही है.
स्थानीय पुलिस का कहना है कि सभी आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत मौजूद हैं और जल्द ही बाकी लोगों को भी गिरफ्तार किया जाएगा. इस केस के सामने आने के बाद से क्षेत्र में रंगदारी और धमकी से जुड़े मामलों पर निगरानी और कड़ी कर दी गई है.