Wed, 26 Nov 2025 10:57:43 - By : Garima Mishra
रामनगर में चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल और गंभीर होते दिखाई दे रहे हैं। ताजा मामला नगर के भीटी मलियाखाले क्षेत्र का है, जहां चोरों ने एक बंद घर को निशाना बनाते हुए लाखों की संपत्ति पर हाथ साफ कर दिया। घटना मंगलवार दोपहर उस समय सामने आई, जब मकान मालिक के रिश्तेदार ने घर का ताला टूटा देखा और अंदर जाकर हालात देख हैरान रह गया। यह घटना इलाके में दहशत और असुरक्षा की भावना को और बढ़ा गई है।
बिहार के सासाराम निवासी शंकर लाल सिंह पिछले आठ वर्षों से मलियाखाले में बने अपने घर में रहते हैं। वह एक निजी विद्यालय में क्लर्क के पद पर कार्यरत हैं। रविवार की शाम वह अपनी पत्नी सविता श्रीवास्तव के साथ पटना स्थित अपने ससुराल गए थे, जहां वह एक वैवाहिक समारोह में शामिल होने पहुंचे थे। घर के खाली रहने का फायदा उठाकर चोरों ने पूरी योजना के साथ घटना को अंजाम दिया।
मंगलवार दोपहर उनके रिश्तेदार और पास की कालोनी में रहने वाले उदय लाल सिन्हा उनके घर पहुंचे तो बाहर का ताला टूटा देखकर उन्हें अनहोनी की आशंका हुई। जब वह घर के भीतर पहुंचे तो पाया कि दो कमरों के ताले तोड़े गए थे और कमरों का सामान अस्त व्यस्त पड़ा था। अलमारी और बक्से का ताला टूटा था और सामान उलटा पड़ा था। उदय लाल ने तुरंत इसकी जानकारी शंकर लाल को दी और साथ ही रामनगर पुलिस को भी सूचना दी।
घर पर पहुंचने के बाद शंकर लाल ने बताया कि उनकी पत्नी के जेवरात अलमारी में रखे थे, जिन्हें चोर ले गए। इसके अलावा चोर घर के किचन में रखा गैस सिलिंडर और बरामदे में खड़ी बाइक भी चोरी कर ले गए। चोरी की इस वारदात ने परिवार को आर्थिक और मानसिक दोनों रूप से गहरा आघात पहुंचाया है।
सूचना के बाद रामनगर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन आसपास की जांच करने के बाद वापस लौट गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की तत्परता केवल कागजों पर दिखाई देती है और मौके पर कार्रवाई बेहद कमजोर रहती है। इलाके में पिछले दो महीनों में करीब एक दर्जन चोरियां हो चुकी हैं, लेकिन पुलिस सिर्फ एक मामले का राजफाश कर पाई है। वह भी इतना कि चोरी कराने वाले घर के लोगों तक पुलिस जानकारी देने नहीं पहुंची।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस कमिश्नरेट में अधिकारियों की बड़ी टीम तैनात है, लेकिन उसके बावजूद क्षेत्र में अपराधियों के हौसले लगातार बढ़े हुए हैं। लोग सवाल उठा रहे हैं कि यदि इसी तरह चोरी की घटनाएं होती रहीं तो सुरक्षा व्यवस्था पर भरोसा कैसे कायम रहेगा।
फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन स्थानीय निवासियों को उम्मीद कम और आशंका ज्यादा है कि यह मामला भी पिछली कई घटनाओं की तरह फाइलों में ही गुम हो जाएगा।