Thu, 16 Oct 2025 10:37:58 - By : Shubheksha vatsh
वाराणसी के काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में बुधवार की शाम दीपों की जगमग रोशनी से ऐसा दृश्य देखने को मिला मानो दीवाली समय से पहले ही आ गई हो। धर्म की नगरी काशी में बीएचयू परिसर दीपोत्सव के अवसर पर पूरी तरह रोशनी से नहाया हुआ नजर आया। सड़कों, विभागों, संकायों और भवनों में छात्रों ने हजारों दीये जलाकर एक अद्भुत दृश्य रच दिया। जहां भी नजर गई, वहां दीपों की कतारें, सजावट और उत्सव का उल्लास दिखाई दिया।
विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में दीपों से आकर्षक स्लोगन और आकृतियां बनाई गईं जो कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण बनीं। कला संकाय की छात्राओं ने अपने रचनात्मक कौशल का प्रदर्शन करते हुए रंग-बिरंगी रंगोलियां तैयार कीं जिनमें प्रभु राम के चित्रण की झलक भी देखने को मिली। लगभग 35 अलग-अलग रंगोलियों को दीपों से सजाकर एक भव्य रूप दिया गया जिसने पूरे आयोजन की सुंदरता को और निखार दिया।
दीपोत्सव के दौरान पूरे परिसर में उल्लास का माहौल रहा। छात्र और छात्राओं ने गीतों, संगीत और नृत्य की शानदार प्रस्तुतियों से वातावरण को और अधिक जीवंत बना दिया। गायन, वादन और नृत्य कार्यक्रमों के दौरान उपस्थित दर्शक भी तालियों और उत्साह के साथ झूमते नजर आए। बीएचयू की छात्रा विपुल ने बताया कि इस उत्सव में शामिल होकर बहुत अच्छा लग रहा है। सभी छात्र एक साथ मिलकर इसे मना रहे हैं। कला संकाय की इमारत को खूबसूरती से सजाया गया है और रंगोलियां लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं।
इस दीपोत्सव की खास बात यह रही कि छात्रों ने न केवल परिसर को रोशनी से सजाया बल्कि इस आयोजन के माध्यम से स्वच्छता और सामूहिकता का संदेश भी दिया। सभी संकायों में विद्यार्थियों ने अपने साथियों के साथ मिलकर दीये जलाए और रंगोलियां सजाईं। आयोजन में कई शिक्षक और अधिकारी भी उपस्थित रहे जिन्होंने छात्रों के उत्साह की सराहना की।
कार्यक्रम के समापन पर रात के आकाश में रंग-बिरंगी आतिशबाजी ने माहौल को और भी भव्य बना दिया। हर ओर खुशी, उमंग और रोशनी का अद्भुत संगम दिखाई दिया। बीएचयू का यह दीपोत्सव केवल एक आयोजन नहीं बल्कि एकता, परंपरा और सौहार्द का प्रतीक बन गया, जिसने यह संदेश दिया कि मिलजुल कर मनाया गया हर उत्सव समाज में सकारात्मकता और प्रकाश फैलाता है।