वाराणसी: दालमंडी चौड़ीकरण परियोजना की ध्वस्तीकरण कार्रवाई शुरू, क्षेत्र में अफरा-तफरी

वाराणसी में दालमंडी चौड़ीकरण परियोजना के तहत चिह्नित भवनों के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शनिवार को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में शुरू की गई, जिससे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई।

Sat, 15 Nov 2025 13:51:24 - By : Palak Yadav

वाराणसी में दालमंडी चौड़ीकरण परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए शनिवार को ध्वस्तीकरण की कार्रवाई एक बार फिर शुरू कर दी गई। प्रशासन और वीडीए की संयुक्त टीम ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में चिन्हित 12 भवनों में से पहले भवन पर कार्रवाई शुरू की। अभियान के दौरान दुकानदारों और मकान मालिकों को केवल दस मिनट के भीतर अपना सामान निकालने के निर्देश दिए गए, जिसके कारण क्षेत्र में अचानक अफरा तफरी जैसा माहौल बन गया। दालमंडी चौड़ीकरण लंबे समय से अटका हुआ था, लेकिन सरकार और प्रशासन ने इसे शहर के विकास की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना है।

दालमंडी वाराणसी का बेहद घनी आबादी वाला इलाका है जहां कई वर्षों से सड़कें संकरी पड़ती जा रही थीं। बढ़ते ट्रैफिक, व्यापारिक गतिविधियों और स्थानीय जरूरतों को देखते हुए पीडब्ल्यूडी ने इस क्षेत्र में 10 मीटर सड़क चौड़ी करने की योजना तैयार की है। अधिकारियों के अनुसार दालमंडी सड़क के दोनों ओर पांच पांच मीटर की चौड़ाई होगी, जिससे वाहनों की आवाजाही में सहूलियत बढ़ेगी। इसके साथ ही फुटपाथ की चौड़ाई भी लगभग 6.4 मीटर तय की गई है, जिसमें प्रत्येक तरफ 3.2 मीटर का स्थान पैदल यात्रियों के लिए होगा। इसके अलावा एक मीटर की केसी ड्रेन नाली भी बनाई जाएगी, जिसमें दोनों तरफ आधा आधा मीटर की जगह ली जाएगी। इस प्रकार कुल 17.4 मीटर चौड़ाई में पूरा विकास कार्य किया जाएगा।

ध्वस्तीकरण के दौरान वीडीए अधिकारियों ने बताया कि यह परियोजना शहर के पुराने ढांचे को व्यवस्थित और आधुनिक स्वरूप देने के लिए शुरू की गई है। फुटपाथ के नीचे बिजली, पानी, टेलीफोन, सीवर और अन्य जनसुविधाओं को भूमिगत किया जाएगा ताकि सड़क पर कोई अवरोध न रहे और भविष्य में मरम्मत या विस्तार कार्य भी सुचारु रूप से हो सके। अधिकारियों का कहना है कि यह योजना न केवल दालमंडी क्षेत्र में नई शक्ल देगी, बल्कि आसपास के इलाकों में भी यातायात के दबाव को कम करेगी।

कार्रवाई के दौरान कुछ दुकानदारों और स्थानीय लोगों ने असंतोष व्यक्त किया और कहा कि उन्हें पर्याप्त समय नहीं दिया गया। कई लोगों का कहना था कि अचानक ध्वस्तीकरण से उनके व्यवसाय पर सीधा असर पड़ेगा और उन्हें अपने सामान को सुरक्षित निकालने में कठिनाई हुई। हालांकि प्रशासन ने यह स्पष्ट किया कि प्रभावित लोगों को पहले से नोटिस जारी किया जा चुका था और ध्वस्तीकरण की तारीख भी घोषित की गई थी। अधिकारियों ने यह भी कहा कि पुनर्वास और मुआवजे से संबंधित मामलों को नियमों के अनुसार देखा जाएगा।

भारी पुलिस बल की मौजूदगी में कार्रवाई शांतिपूर्ण ढंग से आगे बढ़ती रही। सुरक्षा के लिए आसपास के सभी मार्गों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था और यातायात को वैकल्पिक मार्गों पर डायवर्ट किया गया। अधिकारी लगातार क्षेत्र का निरीक्षण करते रहे और यह सुनिश्चित किया कि प्रशासनिक कार्रवाई के दौरान किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो।

दालमंडी चौड़ीकरण प्रोजेक्ट को वाराणसी के पुराने शहर में एक बड़े परिवर्तन के रूप में देखा जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर परियोजना पूरी तरह लागू हो जाती है तो क्षेत्र में न केवल यातायात बेहतर होगा, बल्कि बाजार की गतिविधियों को भी नई ऊर्जा मिलेगी। हालांकि प्रभावित दुकानदारों और मकान मालिकों का दर्द भी अपनी जगह है, जिनके लिए यह प्रक्रिया आर्थिक और मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण सिद्ध हो रही है। प्रशासन अब आगे के चरणों में अन्य चिन्हित भवनों पर भी कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है।

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