वाराणसी में मतदाता सूची पुनरीक्षण पर अहम बैठक, राजनीतिक दलों से सहयोग की अपील

वाराणसी में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण को लेकर बैठक हुई, जिला निर्वाचन अधिकारी ने राजनीतिक दलों से सहयोग का आह्वान किया।

Mon, 03 Nov 2025 20:15:54 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

वाराणसी: लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सुदृढ़ करने और मतदाता सूची को अद्यतन करने के उद्देश्य से वाराणसी जिले में निर्वाचक नामावली के विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इसी क्रम में सोमवार को जिला निर्वाचन अधिकारी सत्येंद्र कुमार के निर्देश पर निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, वाराणसी कैण्ट शिवानी सिंह की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में कैण्ट विधानसभा के विधायक सौरभ श्रीवास्तव सहित भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

बैठक में निर्वाचन कार्यों से संबंधित सभी बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। अधिकारी शिवानी सिंह ने बताया कि निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप यह विशेष अभियान वाराणसी कैण्ट विधानसभा क्षेत्र के 390 बूथों पर एक साथ संचालित किया जाएगा। इसके लिए सभी बी.एल.ओ. (Booth Level Officer) और सुपरवाइजर्स को सक्रिय किया गया है। उन्होंने कहा कि गणना कार्य शुरू होने से पहले प्रत्येक बी.एल.ओ. को पहचान पत्र, किट बैग, गणना प्रपत्र एवं आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे अभियान सुचारू रूप से संपन्न हो सके।

शिवानी सिंह ने बताया कि इस व्यापक पुनरीक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मतदाता सूची को शुद्ध, सटीक और अद्यतन बनाना है ताकि कोई पात्र मतदाता सूची से वंचित न रह जाए और कोई अपात्र नाम दर्ज न हो। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि वे मतदाता सूची के इस पुनरीक्षण अभियान में प्रशासन का सहयोग करें और आम नागरिकों को जागरूक करें कि वे अपनी जानकारी सही-सही दें।

बैठक में बताया गया कि भारत निर्वाचन आयोग एवं मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उत्तर प्रदेश के निर्देशानुसार यह विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण निम्नानुसार चरणबद्ध रूप से संचालित किया जाएगा। तैयारी, प्रशिक्षण एवं गणना प्रपत्रों का मुद्रण: 28 अक्टूबर से 3 नवम्बर 2025 तक, बी.एल.ओ. द्वारा घर-घर जाकर गणना प्रपत्र उपलब्ध कराना, 4 नवम्बर से 4 दिसम्बर 2025 तक। निर्वाचक नामावली का आलेख्य प्रकाशन, 9 दिसम्बर 2025। दावे एवं आपत्तियां दाखिल करने की अवधि, 9 दिसम्बर 2025 से 8 जनवरी 2026 तक। नोटिस जारी, सुनवाई, सत्यापन एवं निस्तारण की अवधि, 9 दिसम्बर 2025 से 31 जनवरी 2026 तक। निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाशन, 7 फरवरी 2026।

अधिकारियों ने बताया कि पुनरीक्षण कार्यक्रम के दौरान बी.एल.ओ. घर-घर जाकर एनुमरेशन फॉर्म वितरित करेंगे। मतदाता को यह फॉर्म भरकर पुनः बी.एल.ओ. को सौंपना होगा। जिन नागरिकों का जन्म भारत में 1 जुलाई 1987 से पहले हुआ है, और जिनका नाम 2003 की मतदाता सूची में दर्ज है, उनके लिए केवल एनुमरेशन फॉर्म भरना पर्याप्त होगा। ऐसे मतदाताओं से दस्तावेज के रूप में सिर्फ 2003 की मतदाता सूची की प्रति साक्ष्य के रूप में मांगी जाएगी।

विधानसभा कैण्ट की विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने बैठक में कहा कि यह अभियान लोकतंत्र की जड़ को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने प्रशासन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि हर नागरिक का नाम मतदाता सूची में होना उसकी लोकतांत्रिक पहचान है। इसलिए सभी राजनीतिक दलों और नागरिकों को मिलकर इस अभियान को सफल बनाना चाहिए।

अंत में निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी शिवानी सिंह ने बताया कि पुनरीक्षण कार्य पूरी पारदर्शिता के साथ किया जाएगा। किसी भी प्रकार की शिकायत या त्रुटि पाए जाने पर संबंधित अधिकारी त्वरित कार्यवाही करेंगे। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची का यह प्रगाढ़ पुनरीक्षण न केवल निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करेगा, बल्कि वाराणसी को “शत-प्रतिशत मतदान” की दिशा में अग्रसर करने में भी मददगार साबित होगा।

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