Sun, 28 Sep 2025 14:54:01 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: आज रविवार को प्रशासन ने पुलिस लाइन से कचहरी रोड तक सड़क चौड़ीकरण योजना के तहत अतिक्रमण हटाने की बड़ी कार्रवाई की। इस दौरान पद्मश्री और ओलंपिक खिलाड़ी दिवंगत मोहम्मद शाहिद का पैतृक घर भी जेसीबी की चपेट में आ गया। कार्रवाई के दौरान माहौल तनावपूर्ण न बने, इसके लिए पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। तीन थानों की पुलिस, RAF की टुकड़ी, दंगा नियंत्रण वाहन और करीब 200 जवान मौके पर मौजूद रहे।
सुबह करीब साढ़े 12 बजे पांच जेसीबी मशीनों के साथ प्रशासनिक अमला पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचा। सबसे पहले दायम खान मस्जिद के बाहर बने रेस्टोरेंट, मेडिकल स्टोर, जनरल स्टोर, सिलाई केंद्र और चाय की दुकानों को गिराया गया। इसके बाद दो घंटे तक चले अभियान में कुल 13 मकान और दुकानें जमींदोज कर दी गईं। इससे पहले भी संदहा से कचहरी चौड़ीकरण योजना के अंतर्गत दो महीने पहले लगभग 30 से 40 मकान और दुकानों को हटाया गया था।
PWD के एक्सईएन ने जानकारी दी कि अब तक 71 प्रभावितों को कुल 3 करोड़ 52 लाख रुपए का मुआवजा दिया जा चुका है। सड़क चौड़ीकरण के इस काम के तहत पुलिस लाइन से कचहरी चौराहे के बीच लगभग 300 मीटर लंबे हिस्से को 60 मीटर चौड़ा किया जा रहा है। यह काम सिंधोरा से लेकर गोलघर कचहरी तक फोरलेन योजना के हिस्से के रूप में किया जा रहा है।
एडीएम सिटी आलोक वर्मा ने कहा, "यह कार्रवाई उन्हीं जगहों पर हो रही है, जहां मुआवजा दिया जा चुका है। मोहम्मद शाहिद के मकान में नौ हिस्सेदार थे, जिनमें से छह लोगों ने मुआवजा ले लिया है। तीन ने कोर्ट से स्टे ले रखा है, इसलिए उनके हिस्से को छोड़ दिया गया है। जहां मुआवजा पूरा हो चुका है, वहां कार्रवाई रोकी नहीं जाएगी।"
मोहम्मद शाहिद के बड़े भाई रियाजुद्दीन की पत्नी नाजनीन ने प्रशासन की कार्रवाई पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, "हम लोग ही इस घर में रहते हैं। बाकी सभी अपने-अपने घर बना चुके हैं। हमें बहुत कम मुआवजा मिला है। अब समझ नहीं आ रहा कि हम कहां जाएं।"
अभियान की खबर लगते ही आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए। हालांकि पुलिस बल की तैनाती के कारण किसी बड़े विरोध-प्रदर्शन की स्थिति नहीं बनी। प्रशासन ने पहले ही नोटिस जारी कर प्रभावित परिवारों को योजना की जानकारी दे दी थी।
वाराणसी में सड़क चौड़ीकरण योजना अब तेजी से आगे बढ़ रही है। अतिक्रमण हटाने की इस कार्रवाई में एक ओर जहां आम दुकानदार और मकान मालिक प्रभावित हो रहे हैं, वहीं ओलंपिक खिलाड़ी और पद्मश्री से सम्मानित मोहम्मद शाहिद का घर ढहना स्थानीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है।