Tue, 16 Dec 2025 13:13:22 - By : Palak Yadav
वाराणसी का बहुप्रतीक्षित कज्जाकपुरा फ्लाईओवर 13 दिसंबर से आम लोगों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है। तेलियाना फाटक और कज्जाकपुरा फाटक पर वर्षों से लगने वाले जाम से राहत दिलाने के उद्देश्य से इस डबल आरओबी फ्लाईओवर का निर्माण किया गया था। करीब 1355 मीटर लंबे इस फ्लाईओवर से नक्खी घाट क्रासिंग और तेलियानाला रेलवे क्रासिंग पर जाम खत्म होने की उम्मीद जताई जा रही थी। लेकिन संचालन शुरू होते ही जमीनी हकीकत इसके विपरीत सामने आई। फ्लाईओवर तेलियाना फाटक से पहले एक संकरे स्थान पर उतर रहा है जहां सड़क की चौड़ाई कम है। भदऊचुंगी की ओर से आने वाले वाहनों और गोलगड्डा की तरफ से आने वाले ट्रैफिक के एक साथ मिलने से यहां लगातार जाम की स्थिति बन रही है। इससे फ्लाईओवर जाम मुक्त समाधान के बजाय खुद जाम का नया कारण बनता नजर आ रहा है।
रविवार और सोमवार की शाम चार बजे के बाद हालात और भी बिगड़ गए। गोलगड्डा से लेकर कज्जाकपुरा फ्लाईओवर तक वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं और गाड़ियां रेंगती हुई आगे बढ़ती दिखीं। स्थानीय लोग और राहगीर खासे परेशान नजर आए। लोगों का कहना है कि फ्लाईओवर का उतार कहीं और होना चाहिए था क्योंकि संकरे रास्ते पर उतरने से रोजमर्रा की आवाजाही मुश्किल हो गई है। जाम की स्थिति को संभालने के लिए हनुमान फाटक चौकी इंचार्ज अभय गुप्ता अपने दल के साथ मौके पर मौजूद रहे और काफी मशक्कत के बाद वाहनों की कतार को नियंत्रित कराया। इस दौरान कुछ पैदल यात्री फ्लाईओवर पर चढ़कर फोटो और सेल्फी लेते भी दिखाई दिए जो यातायात की गंभीर समस्या के बीच एक अलग ही दृश्य था।
बताया जाता है कि वर्ष 2019 से पहले गाजीपुर और सारनाथ की ओर से आने वाले वाहन इसी मार्ग से कज्जाकपुरा क्रासिंग होते हुए शहर में प्रवेश करते थे और भारी जाम लगता था। इसी समस्या को देखते हुए तत्कालीन राज्य मंत्री और शहर दक्षिणी के विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी के प्रयासों से सरकार ने इस फ्लाईओवर की संस्तुति की थी। वर्ष 2019 में निर्माण कार्य शुरू हुआ और लगभग छह साल में 144 करोड़ की लागत से यह परियोजना पूरी हुई। अब जब फ्लाईओवर चालू हो चुका है तो उम्मीदों के विपरीत बढ़ा हुआ जाम प्रशासन और आम लोगों दोनों के लिए चिंता का विषय बन गया है।