Wed, 15 Oct 2025 13:56:34 - By : Garima Mishra
वाराणसी में ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग का झांसा देकर दो व्यक्तियों से करीब 1.98 करोड़ रुपये की साइबर ठगी हुई है। पीड़ितों का कहना है कि साइबर अपराधियों ने उन्हें ऊंचे मुनाफे का लालच देकर निवेश करने के लिए फंसाया और धीरे-धीरे बड़ी रकम उनके बैंक खातों में ट्रांसफर करवा ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश जारी है।
मंडुवाडीह थाना क्षेत्र के करदमेश्वर नगर, कंचनपुर निवासी अनिल कुमार पांडेय ने बताया कि बीते 13 अगस्त को उन्हें व्हाट्सएप पर आरुषी मेहता नामक महिला ने संपर्क किया। उसने खुद को मोती लाल ओसवाल फाइनेंसियल सर्विस ग्रुप की सहायक बताया और शेयर ट्रेडिंग में निवेश कर प्रतिदिन पांच प्रतिशत लाभ दिलाने का भरोसा दिया। इसके लिए मोबाइल एप डाउनलोड कराया गया और दो महीनों में पांडेय ने 1.20 करोड़ रुपये विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए। जब उन्होंने निवेश की राशि और लाभ वापस पाने की कोशिश की, तो 24 लाख रुपये की और मांग की गई। तब उन्हें साइबर ठगी का एहसास हुआ।
इसी तरह चितईपुर के कंदवा निवासी अभिजीत दास गुप्ता ने बताया कि बीते 22 जुलाई को उनके मोबाइल पर स्मार्ट लर्निंग सर्किल मनी डिस्काउंट ब्रोकरेज क्लब ग्रुप का लिंक आया। इसमें सान्वी जैन कोआर्डिनेटर के तौर पर शेयर मार्केट की जानकारी देती थी और दस से बीस प्रतिशत लाभ के लिए निवेश की सलाह दी। विश्वास जताकर अभिजीत ने कई बार में कुल 78 लाख रुपये बैंक खातों में भेज दिए, लेकिन उसे कोई लाभ नहीं मिला। जब उसने अपने पैसे वापस मांगने की कोशिश की, तो उससे 30 लाख रुपये की और मांग की गई और असमर्थता जताने पर उसका बैंक अकाउंट ब्लॉक कर दिया गया।
साइबर क्राइम थाना में दोनों मामलों में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है और कहा कि निवेश करने से पहले हमेशा प्रमाणित और वैध प्लेटफॉर्म की जानकारी लेनी चाहिए।