Thu, 18 Dec 2025 18:47:19 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: जनपद में लगातार बढ़ रही ठंड, शीतलहर और तापमान में गिरावट को देखते हुए जिला प्रशासन ने विद्यार्थियों के हित में अहम फैसला लिया है। जिलाधिकारी के निर्देश के क्रम में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) अनुराग श्रीवास्तव ने प्री-प्राइमरी से लेकर कक्षा 12वीं तक के सभी विद्यालयों के संचालन समय में बदलाव का आदेश जारी किया है। अब जनपद वाराणसी में स्कूल सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक संचालित होंगे।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनुराग श्रीवास्तव द्वारा जारी आदेश के अनुसार यह व्यवस्था जनपद वाराणसी में संचालित सभी प्रकार के विद्यालयों पर समान रूप से लागू होगी। इसमें परिषदीय, राजकीय, सहायता प्राप्त, मान्यता प्राप्त विद्यालयों के साथ-साथ सीबीएसई, आईसीएसई एवं अन्य बोर्डों से संबद्ध स्कूल भी शामिल हैं। यह आदेश 19 दिसंबर 2025 से प्रभावी होगा और अगले आदेश तक लागू रहेगा।
बीएसए अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि, “वर्तमान में ठंड और शीतलहर का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है। सुबह के समय अत्यधिक ठंड के कारण छोटे बच्चों और विद्यार्थियों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए विद्यालयों के समय में यह परिवर्तन किया गया है, ताकि बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सुनिश्चित किया जा सके।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आदेश का कड़ाई से पालन कराया जाएगा और किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
आदेश में सभी विद्यालयों के प्रबंधकों, प्रधानाचार्यों और संबंधित शिक्षकों को निर्देशित किया गया है कि वे संशोधित समय-सारिणी के अनुसार विद्यालयों का संचालन सुनिश्चित करें। साथ ही बच्चों को ठंड से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियां बरतने और विद्यालय परिसर में उचित व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश भी दिए गए हैं।
इस निर्णय की सूचना जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों, शिक्षा विभाग के संबंधित अधिकारियों, खंड शिक्षा अधिकारियों तथा जनपद के समस्त विद्यालयों को प्रेषित कर दी गई है। जिला सूचना अधिकारी को भी निर्देशित किया गया है कि इस आदेश का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए, ताकि अभिभावकों और विद्यालय प्रबंधन तक समय रहते जानकारी पहुंच सके।
प्रशासन के इस फैसले से अभिभावकों में राहत देखी जा रही है। उनका कहना है कि सुबह जल्दी स्कूल जाने में बच्चों को ठंड के कारण काफी परेशानी होती थी। वहीं शिक्षकों और स्कूल प्रबंधन ने भी इसे विद्यार्थियों के हित में लिया गया सराहनीय कदम बताया है।
कुल मिलाकर, कड़ाके की ठंड के बीच जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनुराग श्रीवास्तव द्वारा लिया गया यह निर्णय बच्चों के स्वास्थ्य की सुरक्षा और शिक्षा व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील पहल के रूप में देखा जा रहा है।